कोई भी दवा या उपचार लेने से
पहले डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद आवश्यक हैI केवल डॉक्टर ही आपको सही
प्रकार से समस्या और समाधान बता सकने में सक्षम हैI
जब सताए मुंहासे
आज मुंहासे सिर्फ किशोरों की समस्या नहीं रह गई। बढ़ते
प्रदूषण, तनाव, असंतुलित
आहार, कम पानी पीने और नशे की आदत के चलते यह आजकल हर उम्र
के लोगों की समस्या बन चुका है। इनसे निजात पाने के लिए बाजार में उपलब्ध किसी
पिंपल क्रीम को आजमाने के बजाय यह उपाय अपना कर देखें।
- मुंहासों
पर चंदन का पेस्ट लगाने से यह बैठ जाते हैं। इसके लगातार इस्तेमाल से इनके
निशान भी खत्म हो जाते हैं।
- नीम
के पानी की भाप लेने से मुंहासे धीरे-धीरे कम हो जाते हैं।
- बेसन
और मट्ठे का पेस्ट व जाय फल और दूध का पेस्ट चेहरे पर लगाने से भी मुंहासे कम
होते हैं।
- नींबू, टमाटर का रस या कच्चा पपीता लगाने से भी फायदा होता है।
- अजवाइन
पाउडर को दही में मिला कर चेहरे पर लगाएं। मुंहासों से छुटकारा मिलेगा।
सफेद
बालों के लिए नुस्खे
टेंशन, भाग दौड़ भरी जिंदगी, बालों की ठीक से देखभाल न हो पाने और प्रदूषण के कारण बालों का सफेद होना
एक आम समस्या बन गया है। बाल डाई करना या कलर करना इस समस्या का एकमात्र विकल्प
नहीं। कुछ घरेलू उपचार आजमा कर भी सफेद बालों को काला किया जा सकता है।
- कुछ
दिनों तक, नहाने से पहले रोजाना सिर में प्याज का पेस्ट
लगाएं। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।
- नीबू
के रस में आंवला पाउडर मिलाकर सिर पर लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं।
- तिल
खाएं। इसका तेल भी बालों को काला करने में कारगर है।
- आधा
कप दही में चुटकी भर काली मिर्च और चम्मच भर नींबू रस मिलाकर बालों में लगाए।
15 मिनट बाद बाल धो लें। बाल सफेद से काले होने
लगेंगे।
- प्रतिदिन
घी से सिर की मालिश करके भी बालों के सफेद होने की समस्या से छुटकारा पाया जा
सकता है।
बाल झड़ने की समस्या
- नीम
का पेस्ट सिर में कुछ देर लगाए रखें। फिर बाल धो लें। बाल झड़ना बंद हो
जाएगा।
- चाय
पत्ती के उबले पानी से बाल धोएं। बाल कम गिरेंगे।
- बेसन
मिला दूध या दही के घोल से बालों को धोएं। फायदा होगा।
- दस
मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ
(रूसी) भी नहीं होगी।
कफ और सर्दी जुकाम में
सर्दी जुकाम, कफ
आए दिन की समस्या है। आप ये घरेलू उपाय आजमाकर इनसे बचे रह सकते हैं।
- नाक
बह रही हो तो काली मिर्च, अदरक, तुलसी को शहद में मिलाकर दिन में तीन बार लें। नाक बहना रुक जाएगा।
- गले
में खराश या सूखा कफ होने पर अदरक के पेस्ट में गुड़ और घी मिलाकर खाएं। आराम
मिलेगा।
- नहाते
समय शरीर पर नमक रगड़ने से भी जुकाम या नाक बहना बंद हो जाता है।
- तुलसी
के साथ शहद हर दो घंटे में खाएं। कफ से छुटकारा मिलेगा।
शरीर व सांस की
दुर्गध कैसे रोकें
- नहाने
से पहले शरीर पर बेसन और दही का पेस्ट लगाएं। इससे त्वचा साफ हो जाती है और
बंद रोम छिद्र भी खुल जाते हैं।
- गाजर
का जूस रोज पिएं। तन की दुर्गध दूर भगाने में यह कारगर है।
- पान
के पत्ते और आंवला को बराबर मात्रा में पीसे। नहाने के पहले इसका पेस्ट
लगाएं। फायदा होगा।
- सांस
की बदबू दूर करने के लिए रोज तुलसी के पत्ते चबाएं।
- इलाइची
और लौंग चूसने से भी सांस की बदबू से निजात मिलता है।
जोड़ों के दर्द में
जोड़ों के
दर्द में एक गिलास गर्म पानी में नींबू निचोड़कर दिन में 8 से 10 बार पिएं। निश्चित रूप से आराम मिलेगा।
जलन में
शरीर में
किसी भी भाग या हाथ-पैर में जलन हो तो तरबूज के छिलके के सफेद भाग में कपूर और
चंदन मिलकर लेप करें। जलन से शांति मिलेगी।
बुखार में
ठंड में
बुखार आने पर आजवाइन के चूर्ण का आधा चम्मच दिन में तीन बार खाइए। जल्द ही राहत
मिलेगी और बुखार उतर जाएगा।
खांसी के लिए ये आजमाएं
सर्दियों
में यदि खांसी, बुखार
या जुकाम की समस्या हो तो नमक या चीनी मिलाकर पुदीने के पत्तों की चाय पीएं। आपकी ये
समस्याएं दूर हो जाएंगी।
बदन दर्द होगा दूर
सर्दियों
में सरसों के तेल में 3-4 लहसुन की कली डालकर पका लें और ठंडा कर लें। इसके बाद पूरे बदन पर मालिश
करें, बदन दर्द में आराम मिलेगा।
सर्दी और खांसी
1. काली
मिर्च, पीपली एवं सोंठ की बराबर मात्रा, 1-2 ग्राम चूर्ण, मधु के साथ दिन में 2-3 बार लें।
2. लहसुन
की एक कली को जल में उबालकर बनाई गई लुगदी को 5-10 ग्राम
चीनी के साथ दिन में 2 बार खाएं।
3. भुनी
हुई हल्दी का 1-2 ग्राम चूर्ण, मधु के
साथ दिन में तीन बार लें।
वमन/उल्टी
1. 1-2 इलायची के भुने हुए बीजो़ का चूर्ण शहद के साथ दिन में 3 बार।
2. नीबू
रस 5-10 मिली. व थोड़ा सा नमक जल के साथ दिन में 2-3 बार लें।
3. नीबू
रस 5 मिली. चीनी के साथ, एक एक घंटे के
अंतराल पर लें।
उदरशूल (नाभि के चारों ओर दर्द)
1. अजवायन
चूर्ण 1 ग्राम, गुनगुने पानी के साथ 2-3
बार घंटे के अंतराल पर।
2 चुटकी
भर हींग चूर्ण को गुनगुने पानी में घोल कर नाभि और चारों ओर लेप लगा लें।
कब्ज
1. हरड़ चूर्ण, काले नमक के साथ
दिन में 3 बार।
2. रात्रि में सोते समय 3-4 ग्राम
ईसबगोल की भूसी, दूध से लें।
3. मुनक्का एवं हरड़ चूर्ण, प्रत्येक
2 ग्राम दूध के साथ सोते समय लें।
सूखी खांसी
1. 2-3 लौंग को घी में भून कर मुख में रखें एवं चबाएं।
2. आधा
ग्राम पीपली में सेंधा नमक मिला कर गुनगुने पानी से दिन में दो बार लें।
3. काली
मिर्च एवं सोंठ चूर्ण 5 ग्राम सम मात्रा में मक्खन या घी के
साथ , दिन में 2 बार लें।
बुखार सहित साधारण खांसी
1. अदरक,
काली मिर्च, पीपली एवं मुलेठी की बराबर मात्रा
तथा तुलसी की 7 पत्तियों का 2-3 ग्राम
काढा दिन में 2-3 बार लें।
2. 30
ग्राम धनिया, 100 मिली. पानी तथा चीनी का काढा प्रात: काल
लें।
3. 1
ग्राम पीपली का चूर्ण 5 से 10 ग्राम
शहद के साथ दिन में तीन बार लें।
अपच, भारीपन, गैस, कब्ज या दस्त
1. 5
ग्राम सोंठ को 1 लीटर पानी में उबालकर दिन में 2-3 बार लें।
2. 2
ग्राम सोंठ को 2 ग्राम गुड़ के साथ दिन में 2 बार लें।
3. 1
चम्मच गुनगुने पानी में एक चुटकी हींग घोल कर दिन में 2-3
बार लें। 4. 3 ग्राम अजवाइन, 1 ग्राम
नमक, गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार लें।
दांत दर्द
1. लौंग
तेल का फाया अुखते दांत पर रखें।
2. हींग
एवं नमक को दुखते दांत पर रखें।
3. काली
मिर्च, लौंग, अजवायन को मुंह में रखें।
4. 5 ग्राम
काली मिर्च, सोंठ चूर्ण एवं चीनी, बराबर
मात्रा में घी के साथ मिला कर दिन में 2 बार लगाएं।
कान दर्द
1. अदरक
के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें, दिन में दो बार।
2. मूली
के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें, दिन में 2 बार।
3. लहसुन
के गुनगुने रस की 2-4 बूंद को कान में डालें। दिन में दो
बार।
दस्त
1. 1-3 ग्राम सोंठ बराबर मात्रा में चीनी के साथ दिन में दो बार खाएं।
2. 1
ग्राम भुना हुआ जीरा चूर्ण, पीपली सोंठ 1 कप छाछ या मट्ठे केसाथ दिन में 3-4 बार लें।
3. 5 ग्राम
ईसबगोल की भूसी, एक कप दही के साथ दिन में दो बार लें।
अनिद्रा
क्या
आपके घर में ठंडाई है। अगर न हो, तो आप 10 बादाम लें, उन्हे
अच्छी तरह कूट लें और इस पाउडर को एक ग्लास दूध में डालकर गर्म कर लें। हल्के
गुनगुने इस दूध को पी लें। इससे आपको तुरंत नींद आ जाएगी। वैसे आप गाय के दूध से
बना घी पर अपने तलवों पर लगा सकते है, इससे भी अच्छी नींद आ
जाती है। अगर गाय का घी न हो, तो नारियल तेल में थोड़ा सा
पानी मिलाकर सिर पर ठोकें और हथेली और तलवों पर मिलाएं। इससे अच्छी नींद आएगी।
ऐंठन
ऐंठन
आपको हर
सुबह उठकर खुद के शरीर की मालिश कडुवे तेल से करनी चाहिये। इसके लिए थोडा सा मस्टर्ड
ऑयल लें और हथेली पर रगड़कर अपने शरीर पर लगाएं। उसके बाद गुनगुने पानी से नहा
लें। इससे शरीर में होने वाली ऐंठन दूर जाएगी। आप चाहें तो पानी में मस्टर्ड
पाउडर मिला लें और इसे हथेलियों और तलवों पर लगा लें। इससे राहत मिलेगी।
लू लगना
लू लगना
अगर आपको
लू लग जाती है तो कच्चे आम को उबालकर उसका पना बनाकर पी लें यानि कच्चे आम को
उबाल लें और उसका रस निकालकर उसमें नमक और चीनी मिला लें। इसे दिन में दो से तीन
बार पिएं। आप प्याज को भी खाएं। साथ ही प्याज के स्लाइस काटकर अपने माथे पर रख
लें, इससे लू दूर हो जाएगी।
ढ़ेर सारा पानी पिएं।
सिरदर्द
अगर आपको
नियमित रूप से सिर में दर्द रहता है तो गर्म दूध में पांच बादाम तोड़कर पी लें। या
फिर काली मिर्च को शहद या दूध के साथ दिन में दो से तीन बार खाएं।
कमर में दर्द
अगर आपको
कमर में भयानक दर्द रहता है तो शरीर को गर्म करने वाली चीजें खाइए। अदरक का इस्तेमाल
कीजिए। सरसों के तेल में बना हुआ खाना खाएं। पांच काली मिर्च, पांच क्लोव्स और एक
ग्राम ड्राई अदरक का पाउडर लें और इसकी चाय बनाकर पिएं।
अस्थमा
अस्थमा
की शिकायत होने पर कभी भी ठंडी चीजों का सेवन न करें। गर्म चीजें खाएं और सर्दी
में गुनगुने पानी का सेवन करें। एक कप गुनगुना पानी लें उसमें अजवाइन डाल लें और
हल्का सा नमक मिलाकर दिन में कम से कम एक बार पिएं। इससे तुरंत आराम मिलेगा।
नकसीर ( नाक से खून आना )
नकसीर ( नाक से खून आना )
नाक से ब्लड़ आना, एक
गंभीर समस्या है। इसके सबसे अच्छा उपाय है कि आप आंवले का मुरब्बा बना लें और
हर सुबह खाली पेट आंवले का मुरब्बा खाएं, इससे लाभ मिलेगा।
वैसे तुरंत लाभ के लिए एक पट्टी को ठंडे पानी में भिगो लें और नाक और सिर पर रख
लें, इससे आराम मिलेगा।
स्वास्थ्य के घरेलू नुस्खे
सर्दी जुकाम:- बराबर की मात्रा में काली मिर्च और बताशे पीसकर
पानी के साथ उबालें
। अच्छी तरह से उबालकर इस काडे को कुनकुना कर पी लें । जल्दी ही आराम
मिलेगा । नाक बंद होने की स्थिति में अजबाइन की एक साफ कपड़े में पोटली बना लें ।
इसे तबे पर गरम कर सूंघने से जुकाम में आराम मिलता है । सुहागे को तबे पर फुलाकर
बारीक पीस लें । जब भी सर्दी जुकाम हो गर्म पानी के साथ लंे । सर्दी जुकाम में
आराम मिलेगा ।
खांसी:- 50 ग्राम पिसी काली मिर्च को 200 ग्राम
गुड में मिलाकर आधा-आधा ग्राम की गोलियांबना लें। दिन में तीन चार गोलियांचूसने से
खांसी दूर हो जायेगी । सुबह नहाने से पहले सरसों के तेल की कुछ बूंदें हथेली पर
रखकर दोनों नथुनों से सरसों का तेल संूघने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है । और
सुखी खांसी भी ठीक हो जाती है । 6 ग्राम शहद में एक छोटी पीपल
सुबह शाम चाटने से बलगमी खांसी दूर हो जाती है ं
गला बैठने पर:- कच्चा सुहागा मुंह में रखकर चूसने से गला तुरंत ठीक हो
जाता है सोते समय 1 ग्राम मुलहठी चबाने से सुबह तक गला साफ
हो जाता है । सर्दी जुकाम के कारण गला बैठने से सोने से पहले काली मिर्च और उतने ही
बतासे चबाकर सो जाएं, इससे आराम मिलेगा ।
कान का दर्द:- लहसुन की दो कली लेकर छिलका साफ करें । अब दो
चम्मच सरसों के तेल मेंडालकर हल्की आंच पर लहसुन काला पड़ने तक भूनें । इस तेल को
ठण्डा कर कपड़े से छान लें । रूई के फाहे से कांन में डालने से आराम मिल जाता है ।
अथवा प्याज के रस को गर्म करके ठंडा कर कांन में डालने दर्द दूर हो जाता है
कान बहना:- कान साफ करके दो तीन बूंद स्प्रिट डालने से एक
हफ्ते में कान बहना बंद हो जाता है।
पेचिस:- हरड का छिलका, आंवला गुठली
रहित, काजूफल एवं कपूर 10-10 ग्राम ले
और 5 ग्राम केशर लें । इन सबको अलग-अलग पीस लें । और गुलाब
अर्क में घोंटकर गोलियांबना लें । एक-एक गोली ताजे पानी के साथ सुबह शाम लेने से
पेचिस दूर हो जाती है । उबले हुए थोडे से गर्म दूध में नीबू निचोडकर पीने से पेचिस
रोग ठीक हो जाता है ।
दातों के रोग में:- सेंधे नमक को बारीक पीसकर उसमें सरसों को तेल
डालकर इससे मसूडों की अच्छी तरह मालिश करें ं इस प्रकार मसूडों की नियमित मालिश से
दातों का ठंडा, गर्म और खट्टा लगना ठीक हो जाता हैं । अथवा 10
ग्राम लौंग एवं 1 ग्राम कपूर को बारीक पीसकर
दांतोें पर मलनें से दांतो के रोग व दर्द दूर हो जाता है ।
मुहं के छाले:- मुहं के छाले में तुलसी तथा चमेली के पत्तों को
दिन भर धीरे-धीरे चबाने से आराम मिलता हैं । नींबू के रस को गर्म पानी में डालकर
कुल्ला करने से आराम मिलता हैं । पान के पत्तें मंें थोड़ा सा कपुर और कत्था रखकर
चबाने से या कपूर व देशी घी को मिलाकर दिन में तीन-चार बार छालो पर लगाने से छाले
ठीक हो जाते हैं ।
खुजली:- नारियल के तेल मे नीबू का रस मिलाकर शरीर में
मालिश करके धूप में 15 मिनट तक नियमित बैठने पर खुजली ठीक हो
जाती हैं।लहसुन को सरसों के तेल मे उबालकर शरीर में मालिश करने पर खुजली रोग ठीक
हो जाता हैं।
कब्ज रोगः पीसी हुई हर्र को पानी के साथ सेवन करें। एक नीबू
का रस पानी में डलकर सेवन करे।अथवा एक गिलास संतरे के रस में काला नमक,काली
मिर्च मिलाकर सेवन करें। मुनक्का के पाच दाने दुध मे उबालकर पीने से कब्जा रोग ठीक
हो जाता हैं।
मूत्र रोग
(अ) पेशाब बार -बार आना - पालक की भुर्जी बनाकर रात को
या सुबह सात दिन तक सेवन करें।चार पांच आवले के रस के साथ थोडी सी चीनी या नमक
मिलाकर हर दो घंटे में सेवन करें। एक केला आंवले के रस के साथ दिन में चार बार
सेवन करें।
(ब) पेशाब रूक जाना- जौ खार को बारीक पीसकर एक-एक चम्मच
हर दो घंटे में पीस कर सेवन करें। नाभी के ऊपर नीभू के बीजों को पीसकर लेप करें।
(स) अनार या कच्चे नारियल का रस दिन में चार बार पीने से आराम मिलता हैं।
(स) पेशाब में जलन-100 ग्राम
जौ का सत्तु बनाकर पानी में घोलकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करें।
कब्ज:- कब्ज होने पर रात्रि सोते समय दस-बारह मनक्के
(पानी से अच्छी तरह धोकर बीज निकालकर ) दूध में उबाल कर खाएं और ऊपर से वही दूध पी
ले। प्रातः खुलकर शौचलय लगेगा। अथवा त्रिफला चूर्ण चार ग्राम (एक चम्मच ) 200
ग्राम हल्के गर्म दूध अथवा पानी के साथ रात्रि सोते समय लेने से
कब्ज दूर होता है।
हिचकी -ताजे अदरक के छोटे छोटे टुकड़े करके चूसने से पुरानी एंव नयी तथा
लगातार उठने वाली हिचकियां बंद हो जाती है।
अधिक प्यासः- 25ग्राम सौप को 250 ग्राम पानी
में भिगों दें। एक घंटे पश्चात उस सौप के पानी केा एक एक घूंट पीने से तीव्र प्यास
मिटती है।
जोड़ो का दर्द (गठिया) :- बथुआ
के पत्तों का ताजा रस पन्द्रह ग्राम प्रतिदिन पीने से गठिया दूर होता है।
वायु गैसः- भोजन के बाद 125 ग्रा़ मटटे
में दो ग्राम अजवायन व आधा ग्रामा काला नमक मिलाकर खाएं।
हृदय की कमजोरी: धनिये की चुर्ण में मिश्री
मिलाकर 6 गा्रम प्रतिदिन लेने से हृदय की दुर्बलता मिटती है।
हृदय की धड़कन: अदरक या सोंठ के पतरों को घी में तलकर, सेंधा
नमक लगाकर खाने से दिल की धड़कन में लाभ होता है।
रक्त चाप: भोजन के साथ अजवायन या सोंठ का प्रयोग करने से
रक्तचाप ठीक हो जाता है।
खाज खुजली: हल्दी पिसी हुई को सरसों के तेल में मिलाकर नींबू
का रस मिला लें, खाज खुजली के स्थान पर लगाने से आराम मिलता
है।
दांतों की सुरक्षा: फिटकरी का मंजन करने से सड़े दांतों की पीड़ा मिट
जाती है।
आधे सिर का दर्द: गाय का ताजा घी सुबह शाम दो चार बूंद नांक में
रूई से टपकाने या सूंघते रहने से आराम मिलता है। इस प्रयोग को चार-पांच दिन तक दिन
में दो-तीन बार दोहराने से सिर दर्द मिट जाता है। छोटी इलायची को बारीक पीसकर नाक
में फूकने से छीकें आकर सिर दर्द ठीक हो जाता है।
कान का दर्द: लहसुन की दो कली लेकर छिलका साफ करें। अब दो
चम्मच सरसों के तेल में डालकर हल्की आंच पर लहसुन काला पड़ने तक भूनें। इस तेल को
ठंडा कर कपड़े से छान लें। रूई के फाहे से कान में डालने से आराम मिल जाता है।
अथवा प्याज के रस को गर्म करके ठंडा कर कांन में डालने से दर्द दूर हो जाता है कान
बहनाः कान साफ करके दो-तीन बुंद स्प्रिट डालने से एक हफते में कान बहना बंद हो
जाता है।
खुजली: नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर शरीर में
मालिश करके धूप में 15 मिनट तक नियमित बैठने पर खुजली ठीक हो
जाती है। लहसुन को सरसों के तेल में उबालकर शरीर में मालिश करने पर खुजली रोग ठीक
हो जाता है।
सिर दर्द में:- अधिक सिरदर्द में चाय में नीबू डालकर पीने से आराम
मिलता है । नीबू के पत्तों का रस 100 ग्राम, में काला नमक, काली मिर्च मिलाकर पीने से सिरदर्द
ठीक हो जाता है । सूखे नारियल की गिरी और मिश्री को मिलाकर कूटकर चूर्ण तैयार कर
सुबह के समय सेबन करने से सिर दर्द ठीक हो जाता है । गर्मी लगने, लू लगने से सिरदर्द हो तो पांव के तलवों हाथ की हथेलियों में घिये (लौकी)
या देशी घी की मालिस करने पर सिरदर्द ठीक हो जाता है । सूखी धनिया 15 ग्राम, सूखा आंवला 10 ग्राम
दोनो को मिट्टी के बर्तन में भिगो दें । सुबह के समय कूजा मिश्री मिलाकर एक सप्ताह
तक पीने से सिर दर्द ठीक हो जाता है ।
गले का दर्द:- धनिये के बीज चबाकर रस निगलने से गले का दर्द मिटता है
।
मंदाग्नि:- धनिया और सौंठ का काढ़ा बनाकर पिलाने से पाचन
शक्ति बढ़ती और मंदाग्नि मिट जाता है ।
कण्ठ माला:- धनिया व जौ का आटा मिलाकर लगाने से कण्ठमाला ठीक
होती है ।
मधुमेह:- कच्चा करेला छाया में सुखाकर पीस लें । प्रति दिन
10 ग्राम ताजे जल के साथ सेवन करें। चिकनी व बादी की वस्तुएं
सेवन न करें ।
पीलिया:- बादाम की गिरी 8 दाने,
छोटी इलाइची 5 दाने तथा छुहारा 2 दाने सबको मिट्टी के बर्तन में रखकर ऊपर से जल भर दें । दूसरे दिन सबेरे
बादाम की गिरी तथा इलाइची का छिलका उतार दें तथा छुहारों की गुठली निकाल दें । फिर
इन तीनों वस्तुओं को किसी खरल में डालकर खूब घोटे । तत्पश्चात इसमें 50 ग्राम मिश्री तथा 50 ग्राम गाय के दूध का मक्खन
मिलाकर पीलिया के मरीज को 8-10 दिनों तक खिलाने से पीलिया
रोग दूर हो जाता है ।
जलना:- जले हुए स्थान पर मेंहदी के पिसे हुए
पत्तों का रस लेप करने से जल्द आराम होता है ।
शिशु रोग
उल्टी -नीबू के रस कि पांच बूंदे पानी के साथ मिलाकर पिलाना
चाहिए।
पेचिस - एक चुटकी पिसी हुई दाल चीनी को दूध के साथ देना
चाहिए।
सर्दी, खांसी, जुकाम-तलसी एंव अदरक के रस
को चीनी के रस के साथ मिलाकर देने पर सर्दी , खासी, जुकाम
एंव बुखार में आराम मिलता हैं। सुहागे को तबे पर भूनकर बारीक पीसकर आधा ग्राम
चूर्ण गरम पानी के साथ दिन में तीन बार दो दिन तक लेने से सर्दी जुकाम ठिक हो जाता
है।
शिशु को सर्दी लगनाः-सर्दी लगने या छती में दर्द होने या पस ली
चले तो आधा कप पानी में 10-12 देने अजवायन के डालकर उबालें। आधा रहने पर इसे
कपडे़ से छान लें। इस काढ़ को थोड़ा गर्म कर शिशु को दिन में दो बार या फिर रात
में सोने से पहले पिलाएं। आराम मिलेगा।
बच्चों में कमजोरी के लिए:- गाजर, का
रस शुरू में आधा चम्मच, सात दिन तक एक चम्मच से बढाते हए
बच्चो को देने से बच्चे स्वस्थ रहतें हैं।
कब्ज होने पर- हरड को घिसकर काले नमक एंव पानी के साथ पिलाना
चाहिए।
छाती का दर्दः- शीत या वत प्रकोप के कारण यदि बच्चे की छाती या
पीठ में दर्द होता हो तो आधी कटोरी सरसों के तेल में लहसुन की 3-4 कली छील कर डाल दें और तेल को इतना गर्म करें कि कलिया जल कर काली पड़
जाएं। ठंडा कर इस तेल को
आज के
घरेलु उपाय
बहुत ही काम की
जानकारी....
१
दही मथें माखन मिले, केसर संग मिलाय, होठों पर लेपित करें, रंग गुलाबी आय.. २ बहती यदि जो नाक हो, बहुत बुरा हो हाल, यूकेलिप्टिस तेल लें, सूंघें डाल रुमाल.. ३ अजवाइन को पीसिये , गाढ़ा लेप लगाय, चर्म रोग सब दूर हो, तन कंचन बन जाय.. ४ अजवाइन को पीस लें , नीबू संग मिलाय, फोड़ा-फुंसी दूर हों, सभी बला टल जाय.. ५ अजवाइन-गुड़ खाइए, तभी बने कुछ काम, पित्त रोग में लाभ हो, पायेंगे आराम.. ६ ठण्ड लगे जब आपको, सर्दी से बेहाल, नीबू मधु के साथ में, अदरक पियें उबाल.. ७ अदरक का रस लीजिए. मधु लेवें समभाग, नियमित सेवन जब करें, सर्दी जाए भाग.. ८ रोटी मक्के की भली, खा लें यदि भरपूर, बेहतर लीवर आपका, टी० बी० भी हो दूर.. ९ गाजर रस संग आँवला, बीस औ चालिस ग्राम, रक्तचाप हिरदय सही, पायें सब आराम.. १० शहद आंवला जूस हो, मिश्री सब दस ग्राम, बीस ग्राम घी साथ में, यौवन स्थिर काम.. |
११
चिंतित होता क्यों भला, देख बुढ़ापा रोय, चौलाई पालक भली, यौवन स्थिर होय.. १२ लाल टमाटर लीजिए, खीरा सहित सनेह, जूस करेला साथ हो, दूर रहे मधुमेह.. १३ प्रातः संध्या पीजिए, खाली पेट सनेह, जामुन-गुठली पीसिये, नहीं रहे मधुमेह.. १४ सात पत्र लें नीम के, खाली पेट चबाय, दूर करे मधुमेह को, सब कुछ मन को भाय.. १५ सात फूल ले लीजिए, सुन्दर सदाबहार, दूर करे मधुमेह को, जीवन में हो प्यार.. १६ तुलसीदल दस लीजिए, उठकर प्रातःकाल, सेहत सुधरे आपकी, तन-मन मालामाल.. १७ थोड़ा सा गुड़ लीजिए, दूर रहें सब रोग, अधिक कभी मत खाइए, चाहे मोहनभोग. १८ अजवाइन और हींग लें, लहसुन तेल पकाय, मालिश जोड़ों की करें, दर्द दूर हो जाय.. १९ ऐलोवेरा-आँवला, करे खून में वृद्धि, उदर व्याधियाँ दूर हों, जीवन में हो सिद्धि.. २० दस्त अगर आने लगें, चिंतित दीखे माथ, दालचीनि का पाउडर, लें पानी के साथ.. |
२१
मुँह में बदबू हो अगर, दालचीनि मुख डाल, बने सुगन्धित मुख, महक, दूर होय तत्काल.. २२ कंचन काया को कभी, पित्त अगर दे कष्ट, घृतकुमारि संग आँवला, करे उसे भी नष्ट.. २३ बीस मिली रस आँवला, पांच ग्राम मधु संग, सुबह शाम में चाटिये, बढ़े ज्योति सब दंग.. २४ बीस मिली रस आँवला, हल्दी हो एक ग्राम, सर्दी कफ तकलीफ में, फ़ौरन हो आराम.. २५ नीबू बेसन जल शहद , मिश्रित लेप लगाय, चेहरा सुन्दर तब बने, बेहतर यही उपाय.. २६. मधु का सेवन जो करे, सुख पावेगा सोय, कंठ सुरीला साथ में , वाणी मधुरिम होय. २७. पीता थोड़ी छाछ जो, भोजन करके रोज, नहीं जरूरत वैद्य की, चेहरे पर हो ओज.. २८ ठण्ड अगर लग जाय जो नहीं बने कुछ काम, नियमित पी लें गुनगुना, पानी दे आराम.. २९ कफ से पीड़ित हो अगर, खाँसी बहुत सताय, अजवाइन की भाप लें, कफ तब बाहर आय.. ३० अजवाइन लें छाछ संग, मात्रा पाँच गिराम, कीट पेट के नष्ट हों, जल्दी हो आराम.. ३१ छाछ हींग सेंधा नमक, दूर करे सब रोग, जीरा उसमें डालकर, पियें सदां |
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