इंटरव्यू का नाम सुनते ही मन में घबराहट होने लगती है। इंटरव्यू कैसा होगा, मेरा सिलेक्शन होगा कि नही, कौन सा सवाल पूछेंगे? यह सभी प्रश्न मन मेंउठने लगते हैं। घबराहट में अक्सर ऐसा भी होता है कि सही उत्तर जानते हुए भी आप गलत उत्तर दे देते हैं। इंटरव्यू में असफल होने पर कुछ लोग हताशभी हो जाते हैं।
बहुत सारे आवेदको लिए साक्षात्कार एक कठिन समय होता है। इंटरव्यू की तैयारी सही तरह से की जाए तो उसे सफलता पूर्वकसंपन्न किया जा सकता है। इंटरव्यू में जाने से पहले पहनावा,व्यक्तित्व,कार्य विवरण की पूर्ण जानकारी तथा नियोक्ता द्वाराकिये जा सकने वाले प्रश्नों की तैयारी आपके इंटरव्यू को 70% पूर्ण करती है। किसी भी इंटरव्यू में चिंता करने के बजाए तैयारीपर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
इंटरव्यू
के लिए अक्सर यंगस्टर्स कपड़ों से लेकर बायोडाटा तक की तैयारी का ध्यान रखते हैं।
अगर इंटरव्यू पहली बार हो तो तैयारी बहुत मायने रखती है।
कुछ ऐसे टिप्स हैं जिन पर अगर आपने अमल किया तो आपका इंटरव्यू
आपको सफलता दिलवा सकता है।
कंपनी के बारे में रिसर्च- जिस कंपनी में आप नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रहे है उसके बारे में जितनी भी जानकारी जुटा सकें जुटा लें। कंपनी के उत्पाद या सेवा के बारे में, कंपनी की ग्रोथ के बारे में। कंपनी की वेबसाइट से जरूरी जानकारी लें।
जवाबों की तैयारी- इंटरव्यू के दौरान कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिनके पूछे जाने की संभावना अधिक रहती है। जैसे आपने पहले कहां नौकरी की थी या आपके पास कितना व कैसा एक्सपीरिएंस है या अपने बारे में कुछ बताएं आदि। इन प्रश्नों के अलावा कुछ टेक्निकल सवाल भी हो सकते हैं जिनका संबंध आपकी पढ़ाई से हो सकता है। इन सवालों के जवाब पहले से तैयार कर लें और हो सके तो एक बार इसकी तैयारी भी कर लें। याद रखें इंटरव्यू में बिना तैयारी के बिलकुल न जाएं।
चेक लिस्ट बनाएं- इंटरव्यू के दौरान लगने वाले कागजात, सर्टिफिकेट आदि की चेक लिस्ट बनाकर रखें। कई बार इंटरव्यू में प्रेजेंटेशन भी देना पड़ता है। ऐसे में इस प्रेजेंटेशन के लिए पहले से इसे सीडी व पेन ड्राइव में जरूर रख लें।
समय से पहले ही पहुंचे- इंटरव्यू के स्थान पर वक्त से पहले पहुंचें। हो सके तो आधा घंटा वहां बिताएं ताकि आप उस माहौल में अपने आपको सही तरीके से ढाल सकें और इंटरव्यू के दौरान आप नर्वस न हो।
पॉजिटिव रहें- मन में ऐसा कोई डाउट बिलकुल भी न रखें कि आप इंटरव्यू अच्छा नहीं दे पाएंगे। पॉजिटिव एप्रोच बनाए रखें।
कपड़ों का सिलेक्श- ज्यादातर इंटरव्यू के दौरान फॉर्मल कपड़े ही पसंद किए जाते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपका पहनावा सबकुछ नहीं, पर बहुत कुछ है। इस कारण आपकी पर्सनलिटी को सूट करे, ऐसे ही फॉर्मल कपड़े सिलेक्ट करें।
कंपनी के बारे में रिसर्च- जिस कंपनी में आप नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रहे है उसके बारे में जितनी भी जानकारी जुटा सकें जुटा लें। कंपनी के उत्पाद या सेवा के बारे में, कंपनी की ग्रोथ के बारे में। कंपनी की वेबसाइट से जरूरी जानकारी लें।
जवाबों की तैयारी- इंटरव्यू के दौरान कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिनके पूछे जाने की संभावना अधिक रहती है। जैसे आपने पहले कहां नौकरी की थी या आपके पास कितना व कैसा एक्सपीरिएंस है या अपने बारे में कुछ बताएं आदि। इन प्रश्नों के अलावा कुछ टेक्निकल सवाल भी हो सकते हैं जिनका संबंध आपकी पढ़ाई से हो सकता है। इन सवालों के जवाब पहले से तैयार कर लें और हो सके तो एक बार इसकी तैयारी भी कर लें। याद रखें इंटरव्यू में बिना तैयारी के बिलकुल न जाएं।
चेक लिस्ट बनाएं- इंटरव्यू के दौरान लगने वाले कागजात, सर्टिफिकेट आदि की चेक लिस्ट बनाकर रखें। कई बार इंटरव्यू में प्रेजेंटेशन भी देना पड़ता है। ऐसे में इस प्रेजेंटेशन के लिए पहले से इसे सीडी व पेन ड्राइव में जरूर रख लें।
समय से पहले ही पहुंचे- इंटरव्यू के स्थान पर वक्त से पहले पहुंचें। हो सके तो आधा घंटा वहां बिताएं ताकि आप उस माहौल में अपने आपको सही तरीके से ढाल सकें और इंटरव्यू के दौरान आप नर्वस न हो।
पॉजिटिव रहें- मन में ऐसा कोई डाउट बिलकुल भी न रखें कि आप इंटरव्यू अच्छा नहीं दे पाएंगे। पॉजिटिव एप्रोच बनाए रखें।
कपड़ों का सिलेक्श- ज्यादातर इंटरव्यू के दौरान फॉर्मल कपड़े ही पसंद किए जाते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपका पहनावा सबकुछ नहीं, पर बहुत कुछ है। इस कारण आपकी पर्सनलिटी को सूट करे, ऐसे ही फॉर्मल कपड़े सिलेक्ट करें।
रिज्यूमे को अपडेट करते रहें
जरूरी नहीं है कि आपका रिज्यूमे हर कंपनी में एक जैसा कारगर साबित हो। हर जॉब की जरूरत के अनुसार इसमें बदलाव करते रहें। हर बार कंपनी को ध्यान में रखकर इसे अपडेट करना सही रहता है। दरअसल, कई कंपनियां अनुभव को अधिक महत्व देती हैं, तो कुछ एजुकेशनल बैकग्राउंड पर खासा जोर देती हैं।
कवर लेटर पर ध्यान दें
सिर्फ रिज्यूमे ही नहीं, कवर लेटर का भी इंप्रेशन पड़ता है। कई बार इसे नजरअंदाज करने का मतलब मौका गंवाना होता है। कवर लेटर के माध्यम से आप यह बताते हैं कि आप किस तरह उस ऑर्गनाइजेशन के फायदे के लिए काम करेंगे? इसमें स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
खुशमिजाजी- आपका खुशमिजाज होना इंटरव्यू के दौरान के माहौल को काफी खुशनुमा बना देगा। इसके अलावा आपकी मधुर मुस्कान, हाथ मिलाने का तरीका, आंखें भी आपकी पर्सनालिटी का हिस्सा है और अगर इसका इस्तेमाल आपने सही तरीके से कर दिया तब आपका इंप्रेशन काफी अच्छा पड़ सकता है।
बीच में न टोकें- अक्सर यह देखने में आता है कि इंटरव्यू पेनल के मेम्बर्स एक से ज्यादा होते हैं। मेम्बर्स एक के बाद एक प्रश्न पूछते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप सभी सदस्यों से मुखातिब होते हुए सवालों का जवाब दें और कभी भी इंटरव्यू लेने वाले को बीच में न टोकें।
जरूरी नहीं है कि आपका रिज्यूमे हर कंपनी में एक जैसा कारगर साबित हो। हर जॉब की जरूरत के अनुसार इसमें बदलाव करते रहें। हर बार कंपनी को ध्यान में रखकर इसे अपडेट करना सही रहता है। दरअसल, कई कंपनियां अनुभव को अधिक महत्व देती हैं, तो कुछ एजुकेशनल बैकग्राउंड पर खासा जोर देती हैं।
कवर लेटर पर ध्यान दें
सिर्फ रिज्यूमे ही नहीं, कवर लेटर का भी इंप्रेशन पड़ता है। कई बार इसे नजरअंदाज करने का मतलब मौका गंवाना होता है। कवर लेटर के माध्यम से आप यह बताते हैं कि आप किस तरह उस ऑर्गनाइजेशन के फायदे के लिए काम करेंगे? इसमें स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
खुशमिजाजी- आपका खुशमिजाज होना इंटरव्यू के दौरान के माहौल को काफी खुशनुमा बना देगा। इसके अलावा आपकी मधुर मुस्कान, हाथ मिलाने का तरीका, आंखें भी आपकी पर्सनालिटी का हिस्सा है और अगर इसका इस्तेमाल आपने सही तरीके से कर दिया तब आपका इंप्रेशन काफी अच्छा पड़ सकता है।
बीच में न टोकें- अक्सर यह देखने में आता है कि इंटरव्यू पेनल के मेम्बर्स एक से ज्यादा होते हैं। मेम्बर्स एक के बाद एक प्रश्न पूछते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप सभी सदस्यों से मुखातिब होते हुए सवालों का जवाब दें और कभी भी इंटरव्यू लेने वाले को बीच में न टोकें।
झूठ न
बोलें
अगर किसी सवाल का जवाब आपको मालूम नहीं है तो बेहतर है कि आप इस तथ्य को स्वीकार लें। अगर आप झूठी बातें बनाएंगे या फिर गोल-मोल बातें करेंगे तो इस बात की काफी आशंका है कि इंटरव्यू लेने वाले को तुरंत इसकी भनक लग जाएगी। यहां तक कि ऐसे उम्मीदवार से इंटरव्यू लेने वाले लोग और भी मुश्किल सवाल पूछने लगते हैं।
अगर किसी सवाल का जवाब आपको मालूम नहीं है तो बेहतर है कि आप इस तथ्य को स्वीकार लें। अगर आप झूठी बातें बनाएंगे या फिर गोल-मोल बातें करेंगे तो इस बात की काफी आशंका है कि इंटरव्यू लेने वाले को तुरंत इसकी भनक लग जाएगी। यहां तक कि ऐसे उम्मीदवार से इंटरव्यू लेने वाले लोग और भी मुश्किल सवाल पूछने लगते हैं।
हल्का-फुल्का
मजाक बुरा नहीं
इंटरव्यू देने जाने का मतलब यह नहीं है कि जब तक आपका इंटरव्यू हो, आप गंभीरता का चोला ओढ़े रहें। इंटरव्यू देने के दौरान अपने सेंस ऑफ ह्यूमर का थोड़ा-बहुत इस्तेमाल करना बुरा आइडिया नहीं है। इससे आपको अपनी पर्सनेलिटी के एक खबसूरत पक्ष से इंटरव्यू लेने वालों को रूबरू करवाने का मौका मिलेगा। पर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इंटरव्यू के दौरान सामने वाले को लतीफे सुनाने लगें, बल्कि आपको कुछ ऐसा कहना है, जिससे सामने बैठे व्यक्ति के चेहरे पर खुद-ब-खुद मुस्कान आ जाए।
इंटरव्यू देने जाने का मतलब यह नहीं है कि जब तक आपका इंटरव्यू हो, आप गंभीरता का चोला ओढ़े रहें। इंटरव्यू देने के दौरान अपने सेंस ऑफ ह्यूमर का थोड़ा-बहुत इस्तेमाल करना बुरा आइडिया नहीं है। इससे आपको अपनी पर्सनेलिटी के एक खबसूरत पक्ष से इंटरव्यू लेने वालों को रूबरू करवाने का मौका मिलेगा। पर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इंटरव्यू के दौरान सामने वाले को लतीफे सुनाने लगें, बल्कि आपको कुछ ऐसा कहना है, जिससे सामने बैठे व्यक्ति के चेहरे पर खुद-ब-खुद मुस्कान आ जाए।
सामान्य
बातों का रखें ध्यान
जिस तरह से आप किसी के सामने व्यवहार करते हैं, उससे आपके पालन-पोषण का काफी हद तक अनुमान लगता है। इसलिए बेहतर होगा कि इंटरव्यू देने के दौरान आप विनम्र बने रहें। अति-आत्मविश्वास को हमेशा नकारात्मक रूप में ही देखा जाता है। कोई भी बात विनम्रता से कहें, इंटरव्यू के दौरान सामने बैठे पैनल से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखना आसान नहीं है, पर ऐसा करके आप उन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकते हैं।
जिस तरह से आप किसी के सामने व्यवहार करते हैं, उससे आपके पालन-पोषण का काफी हद तक अनुमान लगता है। इसलिए बेहतर होगा कि इंटरव्यू देने के दौरान आप विनम्र बने रहें। अति-आत्मविश्वास को हमेशा नकारात्मक रूप में ही देखा जाता है। कोई भी बात विनम्रता से कहें, इंटरव्यू के दौरान सामने बैठे पैनल से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखना आसान नहीं है, पर ऐसा करके आप उन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकते हैं।
स्लैंग्स
का इस्तेमाल न करें
इंटरव्यू के दौरान शब्दों का चुनाव सोच-समझ कर करें। आप अपनी बोली या व्यवहार में जिन शब्दों का उपयोग बेहद आसानी से करते हैं, संभव है इंटरव्यू बोर्ड में बैठे लोग उस शब्द का अर्थ ही न जानते हों। साथ ही इंटरव्यू में स्लैंग के उपयोग को उचित भी नहीं माना जाता। बेहतर होगा कि इंटरव्यू में आप फॉर्मल तरीके से ही बात करें।
इंटरव्यू के दौरान शब्दों का चुनाव सोच-समझ कर करें। आप अपनी बोली या व्यवहार में जिन शब्दों का उपयोग बेहद आसानी से करते हैं, संभव है इंटरव्यू बोर्ड में बैठे लोग उस शब्द का अर्थ ही न जानते हों। साथ ही इंटरव्यू में स्लैंग के उपयोग को उचित भी नहीं माना जाता। बेहतर होगा कि इंटरव्यू में आप फॉर्मल तरीके से ही बात करें।
ध्यान
से सुनें
अगर कोई प्रश्न आप समझ नहीं पा रहे हैं तो बेहतर होगा कि तुरंत इंटरव्यू लेने वाले से फिर से प्रश्न पूछने की गुजारिश करें। किसी सवाल का अप्रासंगिक उत्तर देने से यह कहीं बेहतर विकल्प है।
अगर कोई प्रश्न आप समझ नहीं पा रहे हैं तो बेहतर होगा कि तुरंत इंटरव्यू लेने वाले से फिर से प्रश्न पूछने की गुजारिश करें। किसी सवाल का अप्रासंगिक उत्तर देने से यह कहीं बेहतर विकल्प है।
जैसे
हैं आप, वैसा करें व्यवहार
इंटरव्यू देने के दौरान कई लोग अपनी पर्सनेलिटी पर एक बिल्कुल नया आयाम ओढ़ लेते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि वो निजी जिंदगी में वैसे होते ही नहीं। कई लोग अपने बोलने के तरीके को बदल लेते हैं तो कुछ ऐसी हरकतें करने लगते हैं, जो उनकी पर्सनेलिटी का हिस्सा है ही नहीं। बेहतर होगा कि आप अपनी पर्सनेलिटी के अनुरूप व्यवहार करें।
इंटरव्यू देने के दौरान कई लोग अपनी पर्सनेलिटी पर एक बिल्कुल नया आयाम ओढ़ लेते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि वो निजी जिंदगी में वैसे होते ही नहीं। कई लोग अपने बोलने के तरीके को बदल लेते हैं तो कुछ ऐसी हरकतें करने लगते हैं, जो उनकी पर्सनेलिटी का हिस्सा है ही नहीं। बेहतर होगा कि आप अपनी पर्सनेलिटी के अनुरूप व्यवहार करें।
शिकायत न करें- इंटरव्यू में इस बात का ध्यान जरूर रखें कि अगर
आप कोई नौकरी छोड़कर आए हैं, तो उस ऑर्गनाइजेशन की बुराई बिलकुल भी न करें।
इंटरव्यू
समाप्त होने के बाद इंटरव्यू बोर्ड को धन्यवाद कहना न भूलें।
जानें
इंटरव्यू में अच्छे प्रदर्शन के मंत्र
इंटरव्यू
देना और वह भी बिल्कुल परफेक्ट तरीके से देना आसान काम नहीं है। कई बार इंटरव्यू
लेने वाले व्यक्ति की पर्सनेलिटी इतनी भारी-भरकम होती है कि अच्छी-से-अच्छी तैयारी
के बाद भी कमरे में प्रवेश करते ही सारा आत्मविश्वास गायब हो जाता है। इसलिए जरूरी
है कि जब इंटरव्यू देने जाएं, पूरी तैयारी के साथ जाएं।
इंटरव्यू
देने जा रहे हैं तो उससे पहले कुछ चीजों की जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें। मसलन
कंपनी का संक्षिप्त इतिहास और उसकी खासियत और साथ ही जिस प्रोफाइल के लिए आप
इंटरव्यू देने जा रहे हैं, उसका पूरा विवरण। आप किसी कॉलेज में दाखिले के लिए
इंटरव्यू दे रहे हैं या फिर किसी संस्थान में नौकरी के लिए, अपनी उम्मीदवारी पक्की
करना चाहते हैं तो इन बातों को कभी भी अनदेखा न करें:
सबसे पहले साक्षात्कार के पहनावे का चुनाव करना।
1. पहनावा- पुरुष वर्ग को साक्षात्कार के लिए अपने व्यक्त्वि से मिलता हुआ पहनावा पहनना चाहिए। साक्षात्कार के लिएहल्के रंग के कपडे़ पहनना चाहिए। महिलाओं को सामान्य किस्म का पहनावा पहनना चाहिए।
2.साक्षात्कार के समय चेहरे पर मुस्कराहट और गर्मजोशी से साक्षात्काकर्ता से हाथ मिलाना एक अच्छी शुरुआत होती है। ऐसीशुरुआत आपकी संभावनाओं को और प्रगाड़ बनाती है।
3.साक्षात्कार
1. अपने बायोडाटा की पूर्ण जानकारी – अपने बॉयोडाटा को कई बार पढ़कर यह सुनियोजित कर ले की आपने जो लिखा है वहआत्मसाध किया है या नहीं। साक्षात्कारकर्ता के किसी भी प्रश्न जो की आपके बॉयोडाटा मे लिखा है और आपके वक्तव्य मेभिन्नता रखता है जटिलता उत्पन्न करता है। अपना बॉयोडाटा सरल एवं सारगर्भित बनाए। आपका बॉयोडाटा आपके कार्यअनुभव का दर्पण होता है। आप सुनिश्चित करें कि आपका लिखा हुआ हर शब्द आप जानते हैं।
2. कार्य अनुभव का विवरण -आप अपने कार्य विवरण को सम्पूर्णता और कुशलता के साथ सूचीबद्ध करके क्रमबद्ध तरीके सेलिखे, सबसे पहले अपना नाम लिखकर नीचे की लाइन में अपना उद्देश्य लिखे। उसके बाद अपना वर्तमान कार्य अनुभव कोक्रमबद्ध करके लिखे तथा उसमे सम्पूर्ण विवरण लिखे की आपका कार्य किस प्रकार का है। आप को किन-किन जिम्मेदारियोंको निर्ववहन करने के लिए कहा गया है। अपने वर्तमान कार्यकाल की समयावधि का उल्लेख भी सही तरीके से करें।
3.अपेक्षित कार्य विवरण की जानकारी -साक्षात्कार पर जाने से पहले नियोक्ता द्वारा अपेक्षित कार्य विवरण को समझानाऔर उसके हिसाब से अपने को प्रस्तुत करना ही कला है। अपनी शिक्षा,कार्य अनुभव और अपनी कार्य क्षमता के अनुरूपसाक्षात्कार की तैयारी करना और साक्षात्कार मे उपस्थित होना ही बुद्धिमानी है। अपेक्षित कार्य विवरण को समझकर उपस्थितहोने पर साक्षात्कर्ता द्वारा पूछे जाने पर की “आप इस पद के लिए ही संभावित उम्मीदवार है कृपया अपने कथनों द्वारा सिद्धकरो” को भलीभांति समझाने के लिए अपेक्षित कार्य विवरण की गहन जानकारी होना अनिवार्य है। कंपनी के उत्पादों कीजानकारी और कंपनी की प्रतिद्वंदियों की जानकारी आपके कार्य ज्ञान को और अधिक प्रगाद बनती है।
4.अपने संचार कौशल में सुधार-साक्षात्कार के समय शब्दों का चयन और संचार कौशल बहुत मायने रखता है। अपना पक्षप्रभावी रूप से रखने पर नियोक्ता पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। अपनी आवाज़ को सयमित रखते हुए सही शब्दों के चुनाव के साथवक्तव्य करना प्रभावी साक्षात्कार होता है और नियोक्ता आपको गंभीरता से सुनता है। हड़बड़ाहट मे बोलना अथवा तेजी सेबोलना अपरिपक्वता का परिचयक होता है। अपना बात खत्म होने पर नियोक्ता द्वारा प्रश्न पूछे जाने के मध्य में एक गहरीसांस लेकर अपना वाणी संतुलन कर लेना चाहिए। कभी-कभी जब आप गलती से गंतव्य खो जाये तो तुरंत वक्तव्य सिमितकरने का प्रयास करे। आत्मविश्वास के साथ बोले गए चार शब्द ही नियोक्ता पर गहरी छाप छोड़ जाते हैं।
5.कैसी हो शारीरिक भाषा – इंटरव्यू में आपके शरीर की भाषा बहुत महत्व पूर्ण होती है। साक्षात्कार के समय नियोक्ता के आंखसे संपर्क बनाये रखना आपके विश्वास का परिचायक होता है। झुक कर बैठना भी आपके कमजोर आत्मविश्वास को दर्शाताहै। आपके शरीर की भाषा के बारे में सोचो - अपने साक्षात्कार के शरीर की भाषा के बारे में पता करने का सबसे अच्छा तरीकाएक दर्पण के सामने अभ्यास है। इस तरह आपको विश्वास हो जाएगा कि आप अपनी नौकरी साक्षात्कार में सही संदेश भेज रहेहैं।
6.सवालों की तैयारी - कैसे करें सवालों की तैयारी। ये सवाल बहुदा साक्षात्कार देने वाले के मन में आते हैं।
1. पहनावा- पुरुष वर्ग को साक्षात्कार के लिए अपने व्यक्त्वि से मिलता हुआ पहनावा पहनना चाहिए। साक्षात्कार के लिएहल्के रंग के कपडे़ पहनना चाहिए। महिलाओं को सामान्य किस्म का पहनावा पहनना चाहिए।
2.साक्षात्कार के समय चेहरे पर मुस्कराहट और गर्मजोशी से साक्षात्काकर्ता से हाथ मिलाना एक अच्छी शुरुआत होती है। ऐसीशुरुआत आपकी संभावनाओं को और प्रगाड़ बनाती है।
3.साक्षात्कार
1. अपने बायोडाटा की पूर्ण जानकारी – अपने बॉयोडाटा को कई बार पढ़कर यह सुनियोजित कर ले की आपने जो लिखा है वहआत्मसाध किया है या नहीं। साक्षात्कारकर्ता के किसी भी प्रश्न जो की आपके बॉयोडाटा मे लिखा है और आपके वक्तव्य मेभिन्नता रखता है जटिलता उत्पन्न करता है। अपना बॉयोडाटा सरल एवं सारगर्भित बनाए। आपका बॉयोडाटा आपके कार्यअनुभव का दर्पण होता है। आप सुनिश्चित करें कि आपका लिखा हुआ हर शब्द आप जानते हैं।
2. कार्य अनुभव का विवरण -आप अपने कार्य विवरण को सम्पूर्णता और कुशलता के साथ सूचीबद्ध करके क्रमबद्ध तरीके सेलिखे, सबसे पहले अपना नाम लिखकर नीचे की लाइन में अपना उद्देश्य लिखे। उसके बाद अपना वर्तमान कार्य अनुभव कोक्रमबद्ध करके लिखे तथा उसमे सम्पूर्ण विवरण लिखे की आपका कार्य किस प्रकार का है। आप को किन-किन जिम्मेदारियोंको निर्ववहन करने के लिए कहा गया है। अपने वर्तमान कार्यकाल की समयावधि का उल्लेख भी सही तरीके से करें।
3.अपेक्षित कार्य विवरण की जानकारी -साक्षात्कार पर जाने से पहले नियोक्ता द्वारा अपेक्षित कार्य विवरण को समझानाऔर उसके हिसाब से अपने को प्रस्तुत करना ही कला है। अपनी शिक्षा,कार्य अनुभव और अपनी कार्य क्षमता के अनुरूपसाक्षात्कार की तैयारी करना और साक्षात्कार मे उपस्थित होना ही बुद्धिमानी है। अपेक्षित कार्य विवरण को समझकर उपस्थितहोने पर साक्षात्कर्ता द्वारा पूछे जाने पर की “आप इस पद के लिए ही संभावित उम्मीदवार है कृपया अपने कथनों द्वारा सिद्धकरो” को भलीभांति समझाने के लिए अपेक्षित कार्य विवरण की गहन जानकारी होना अनिवार्य है। कंपनी के उत्पादों कीजानकारी और कंपनी की प्रतिद्वंदियों की जानकारी आपके कार्य ज्ञान को और अधिक प्रगाद बनती है।
4.अपने संचार कौशल में सुधार-साक्षात्कार के समय शब्दों का चयन और संचार कौशल बहुत मायने रखता है। अपना पक्षप्रभावी रूप से रखने पर नियोक्ता पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। अपनी आवाज़ को सयमित रखते हुए सही शब्दों के चुनाव के साथवक्तव्य करना प्रभावी साक्षात्कार होता है और नियोक्ता आपको गंभीरता से सुनता है। हड़बड़ाहट मे बोलना अथवा तेजी सेबोलना अपरिपक्वता का परिचयक होता है। अपना बात खत्म होने पर नियोक्ता द्वारा प्रश्न पूछे जाने के मध्य में एक गहरीसांस लेकर अपना वाणी संतुलन कर लेना चाहिए। कभी-कभी जब आप गलती से गंतव्य खो जाये तो तुरंत वक्तव्य सिमितकरने का प्रयास करे। आत्मविश्वास के साथ बोले गए चार शब्द ही नियोक्ता पर गहरी छाप छोड़ जाते हैं।
5.कैसी हो शारीरिक भाषा – इंटरव्यू में आपके शरीर की भाषा बहुत महत्व पूर्ण होती है। साक्षात्कार के समय नियोक्ता के आंखसे संपर्क बनाये रखना आपके विश्वास का परिचायक होता है। झुक कर बैठना भी आपके कमजोर आत्मविश्वास को दर्शाताहै। आपके शरीर की भाषा के बारे में सोचो - अपने साक्षात्कार के शरीर की भाषा के बारे में पता करने का सबसे अच्छा तरीकाएक दर्पण के सामने अभ्यास है। इस तरह आपको विश्वास हो जाएगा कि आप अपनी नौकरी साक्षात्कार में सही संदेश भेज रहेहैं।
6.सवालों की तैयारी - कैसे करें सवालों की तैयारी। ये सवाल बहुदा साक्षात्कार देने वाले के मन में आते हैं।
सामान्तया कुछ प्रश्न बहुतायत में पूछे जाते है।
-अपने बारे में बताओ।
- अपने दैनिक कार्य विवरण को समझाओ।
- आपकी टीम संरचना क्या है।
-आपके भविष्य का क्या प्लान है।
-आपका वर्तमान कंपनी के साथ क्या भविष्य है।
-आप अपना वर्तमान काम क्यों छोड़ना चाहते है।
-आप हमारी कंपनी के बारे मे क्या जानते हैं।
-अपने कार्य काल में किसी कठिन परिस्थिति और उसका निवारण आपने कैसे किया,बताये।
नियोक्ता द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर न होने पर किसी भी तरह प्रश्न का उत्तर देने के बजाये यहकहे की मुझे इसकी पूर्ण जानकारी नहीं है गलत। उत्तर देना आपके पक्ष को कमजोर करता है। अपनी वर्तमान कंपनी के बारे मेबुराई करना भी आपके लिए नकारात्मक दृष्टिकोण बनता है, आपके सोच का विश्लेषण करने पर नियोक्ता को लगना चाहिएके उसने एक पॉजीटीव दृष्टिकोण वाले कर्मकार का चयन किया है आपकी। सकारात्मक सोच, आपका करियर के प्रति झुकावऔर कुछ करने के लगन का विश्लषण नियोक्ता द्वारा किये जाने पर आपके सफल होने के आसार बड़ा देता है।
-अपने बारे में बताओ।
- अपने दैनिक कार्य विवरण को समझाओ।
- आपकी टीम संरचना क्या है।
-आपके भविष्य का क्या प्लान है।
-आपका वर्तमान कंपनी के साथ क्या भविष्य है।
-आप अपना वर्तमान काम क्यों छोड़ना चाहते है।
-आप हमारी कंपनी के बारे मे क्या जानते हैं।
-अपने कार्य काल में किसी कठिन परिस्थिति और उसका निवारण आपने कैसे किया,बताये।
नियोक्ता द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर न होने पर किसी भी तरह प्रश्न का उत्तर देने के बजाये यहकहे की मुझे इसकी पूर्ण जानकारी नहीं है गलत। उत्तर देना आपके पक्ष को कमजोर करता है। अपनी वर्तमान कंपनी के बारे मेबुराई करना भी आपके लिए नकारात्मक दृष्टिकोण बनता है, आपके सोच का विश्लेषण करने पर नियोक्ता को लगना चाहिएके उसने एक पॉजीटीव दृष्टिकोण वाले कर्मकार का चयन किया है आपकी। सकारात्मक सोच, आपका करियर के प्रति झुकावऔर कुछ करने के लगन का विश्लषण नियोक्ता द्वारा किये जाने पर आपके सफल होने के आसार बड़ा देता है।
कैसे सामना करें इंटरव्यू
इंटरव्यू का नाम आते ही
दिल में एक डर पैदा होने लगता है। इंटरव्यू के लिए आपको हर तरह से तैयार रहना
पड़ता है। इंटरव्यू से पहले कई अनजाने सवाल सताने लगते हैं।
कहते हैं कि 'वेल बिग्निंग इज हाफ डन' अगर आपने इंटरव्यू में शुरू से ही अपना विश्वास बनाए रखा और इंटरव्यू पेनल के शुरुआती सवालों का प्रभावशाली अंदाज में जवाब दे दिया तो मान लें कि आपकी सफलता की संभावनाएं प्रबल हैं।
इटरव्यू में जाने से पहले नीचे दिए गए टिप्स पर गौर करें। ये टिप्स आपके लिए बड़े मददगार साबित होंगे। टिप्स पढ़ने के बाद आप पाएंगे कि आपका आत्मविश्वास बढ़ गया है।
1. कहा जाता है कि पहला इंप्रेशन ही आखिरी इंप्रेशन होता है। इसलिए मेंटल लेवल पर तैयारी के साथ-साथ आप यह न भूल जाएं कि इंटरव्यू में आपकी बौद्धिक क्षमता के अलावा आपकी बॉडी लेंग्वेज को भी परखा जाएगा। वेल ड्रेस्ड होकर ही इंटरव्यू में जाएं क्योंकि इससे आप आत्मविश्वास से भर जाएंगे।
2. अपने साथ जरूरी कागजात जरूर ले जाएं। मसलन अपने सर्टिफिकेट, एकेडमिक एचीवमेंट और बायोडाटा जो आपने इंटरव्यू से पहले भेजा था, उसकी एक प्रति अवश्य ले जाएं।
3. अपने कागजात इंटरव्यू में तभी प्रस्तुत करें, जब आप से मांगें जाएं।
4. इंटरव्यू में लेट न हों। कम से कम पंद्रह मिनट पहले पहुंचने की कोशिश करें।
5. यदि किसी कारण न चाहते हुए भी इंटरव्यू में लेट हो जाएं तो उसके लिए सबसे पहले क्षमा मांगें और देर से आने के कारण का उल्लेख करें।
6. इंटरव्यू कक्ष में पहुंचते ही इंटरव्यू पैनल के सदस्यों का अभिवादन जरूर करें।
7. इंटरव्यू पैनल के हर सवाल को ध्यान से सुनें और यदि किसी सवाल को सुनने में कोई शक हो तो निम्रतापूर्वक उसे दोहराने के लिए कहें।
8. सवालों के जवाब विश्वास के साथ और संक्षेप में दें जब तक कि विस्तृत जानकारी देने के लिए न कहा जाए।
9. जिस संस्थान में इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं, उसके बारे में मोटी जानकारी पहले ही जुटा लें।
10. जब आपसे पूछा जाए कि इस पद के लिए आपकी 'एक्सपेक्टेशन' क्या है तो इसका जवाब चतुराई से दें। सीधे ही कोई फिगर बताने से बेहतर होगा कि आप कहें कि 'एस पर द मार्केट स्टेंडर्ड'। इंटरव्यू पैनल के दोबारा पूछने पर आप अपने मुताबिक कोई फिगर बता सकते हैं।
11. इंटरव्यू के दौरान इंटरव्यू पैनल से आई कॉन्टेक्ट कायम रखें।
12. अगर किसी विषय में जानकारी नहीं है तो उसे स्वीकार कर लें।
13. कभी झूठ न बोलें। अगर इंटरव्यू पैनल ने आपका झूठ पकड़ लिया तो आपकी सारी इंप्रेशन खराब हो जाएगी।
कहते हैं कि 'वेल बिग्निंग इज हाफ डन' अगर आपने इंटरव्यू में शुरू से ही अपना विश्वास बनाए रखा और इंटरव्यू पेनल के शुरुआती सवालों का प्रभावशाली अंदाज में जवाब दे दिया तो मान लें कि आपकी सफलता की संभावनाएं प्रबल हैं।
इटरव्यू में जाने से पहले नीचे दिए गए टिप्स पर गौर करें। ये टिप्स आपके लिए बड़े मददगार साबित होंगे। टिप्स पढ़ने के बाद आप पाएंगे कि आपका आत्मविश्वास बढ़ गया है।
1. कहा जाता है कि पहला इंप्रेशन ही आखिरी इंप्रेशन होता है। इसलिए मेंटल लेवल पर तैयारी के साथ-साथ आप यह न भूल जाएं कि इंटरव्यू में आपकी बौद्धिक क्षमता के अलावा आपकी बॉडी लेंग्वेज को भी परखा जाएगा। वेल ड्रेस्ड होकर ही इंटरव्यू में जाएं क्योंकि इससे आप आत्मविश्वास से भर जाएंगे।
2. अपने साथ जरूरी कागजात जरूर ले जाएं। मसलन अपने सर्टिफिकेट, एकेडमिक एचीवमेंट और बायोडाटा जो आपने इंटरव्यू से पहले भेजा था, उसकी एक प्रति अवश्य ले जाएं।
3. अपने कागजात इंटरव्यू में तभी प्रस्तुत करें, जब आप से मांगें जाएं।
4. इंटरव्यू में लेट न हों। कम से कम पंद्रह मिनट पहले पहुंचने की कोशिश करें।
5. यदि किसी कारण न चाहते हुए भी इंटरव्यू में लेट हो जाएं तो उसके लिए सबसे पहले क्षमा मांगें और देर से आने के कारण का उल्लेख करें।
6. इंटरव्यू कक्ष में पहुंचते ही इंटरव्यू पैनल के सदस्यों का अभिवादन जरूर करें।
7. इंटरव्यू पैनल के हर सवाल को ध्यान से सुनें और यदि किसी सवाल को सुनने में कोई शक हो तो निम्रतापूर्वक उसे दोहराने के लिए कहें।
8. सवालों के जवाब विश्वास के साथ और संक्षेप में दें जब तक कि विस्तृत जानकारी देने के लिए न कहा जाए।
9. जिस संस्थान में इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं, उसके बारे में मोटी जानकारी पहले ही जुटा लें।
10. जब आपसे पूछा जाए कि इस पद के लिए आपकी 'एक्सपेक्टेशन' क्या है तो इसका जवाब चतुराई से दें। सीधे ही कोई फिगर बताने से बेहतर होगा कि आप कहें कि 'एस पर द मार्केट स्टेंडर्ड'। इंटरव्यू पैनल के दोबारा पूछने पर आप अपने मुताबिक कोई फिगर बता सकते हैं।
11. इंटरव्यू के दौरान इंटरव्यू पैनल से आई कॉन्टेक्ट कायम रखें।
12. अगर किसी विषय में जानकारी नहीं है तो उसे स्वीकार कर लें।
13. कभी झूठ न बोलें। अगर इंटरव्यू पैनल ने आपका झूठ पकड़ लिया तो आपकी सारी इंप्रेशन खराब हो जाएगी।
इंटरव्यू क्लियर करने के 4 फंडे
कई बार हमें लगता है कि इंटरव्यू तो अच्छा रहा लेकिन फिर भी जॉब नहीं मिला। दरअसल, इंटरव्यू के दौरान हम कई आसान सवालों के मुश्किल जवाब देदेते हैं। आइए मुश्किल खड़ी करने वाले ऐसे ही कुछ सवालों और उनके जवाब के बारे में बात करते हैं...
सीन-1
इंटरव्यू लेने वाला हमसे नौकरी बदलने का कारण पूछता है। तब हम या तो खुद का बचाव करते हैं या कोई बेतुका सा जवाब दे देते हैं।
तो क्या कहें? बचाव की बजाय साफ-साफ बताएं कि जॉब बदलना आपकी आदत नहीं है। बल्कि पुरानी कंपनियों में संतुष्ट नहीं थे। अब आप ऐसी कंपनी मेंकाम करना चाहते हैं जहां सैलरी तो अच्छी मिले ही, काम करने के मौके भी ज्यादा हों।
सीन-2
इंटरव्यू में यह सवाल भी आता है कि आपको नौकरी पर क्यों रखें? आप इस सवाल पर स्ट्रैंथ बता देते हैं। इस जवाब में कोई टेक्निकल फॉल्ट भी नहीं है।लेकिन इसका दूसरा जवाब भी हो सकता है।
तो क्या कहें? कहिए-आपका सवाल अच्छा है लेकिन मैं ऑडिशन इंटरव्यू में पार्टिसिपेट करना चाहता हूं। इससे आपको मेरी स्ट्रैंथ के बारे में पता चलजाएगा। ऑडिशन इंटरव्यू में आप जॉब मिलने से पहले काम करके दिखाते हैं। इससे मैनेजर ऑफर लेटर देने से पहले आपकी परफॉर्मेंस को जान जाता है।
सीन-3
फिर वह पूछता है कि आप इस कंपनी में कब तक रुकेंगे। आप कहते हैं, रिटायरमेंट तक। मगर, आज के माहौल में इस तरह के जवाब पर कोई यकीन नहींकरेगा।
तो क्या कहें? आपको कहना चाहिए, 'मैं यहां उस वक्त तक काम करूंगा, जब तक मैं कंपनी में अच्छा परफॉर्म कर सकूं और प्रोफेशनल ग्रोथ मिलती रहे।'
सीन-4
अंत में वह आपसे सैलरी के बारे में बात करता है। आप उल्टा उससे इस पोस्ट का बजट पूछते हैं। यह गलत तरीका है, जिससे इंटरव्यू लेने वाला इरीटेट होसकता है। तो क्या कहें? आपसे सैलरी के बारे में सवाल किया जाए तो एक या दो बार इसे टाल दें। मगर, जब अगली बार पूछा जाए तो आप कहें कि मेरीपोस्ट और वर्क प्रोफाइल को देखकर सैलरी तय कर दें।
सीन-1
इंटरव्यू लेने वाला हमसे नौकरी बदलने का कारण पूछता है। तब हम या तो खुद का बचाव करते हैं या कोई बेतुका सा जवाब दे देते हैं।
तो क्या कहें? बचाव की बजाय साफ-साफ बताएं कि जॉब बदलना आपकी आदत नहीं है। बल्कि पुरानी कंपनियों में संतुष्ट नहीं थे। अब आप ऐसी कंपनी मेंकाम करना चाहते हैं जहां सैलरी तो अच्छी मिले ही, काम करने के मौके भी ज्यादा हों।
सीन-2
इंटरव्यू में यह सवाल भी आता है कि आपको नौकरी पर क्यों रखें? आप इस सवाल पर स्ट्रैंथ बता देते हैं। इस जवाब में कोई टेक्निकल फॉल्ट भी नहीं है।लेकिन इसका दूसरा जवाब भी हो सकता है।
तो क्या कहें? कहिए-आपका सवाल अच्छा है लेकिन मैं ऑडिशन इंटरव्यू में पार्टिसिपेट करना चाहता हूं। इससे आपको मेरी स्ट्रैंथ के बारे में पता चलजाएगा। ऑडिशन इंटरव्यू में आप जॉब मिलने से पहले काम करके दिखाते हैं। इससे मैनेजर ऑफर लेटर देने से पहले आपकी परफॉर्मेंस को जान जाता है।
सीन-3
फिर वह पूछता है कि आप इस कंपनी में कब तक रुकेंगे। आप कहते हैं, रिटायरमेंट तक। मगर, आज के माहौल में इस तरह के जवाब पर कोई यकीन नहींकरेगा।
तो क्या कहें? आपको कहना चाहिए, 'मैं यहां उस वक्त तक काम करूंगा, जब तक मैं कंपनी में अच्छा परफॉर्म कर सकूं और प्रोफेशनल ग्रोथ मिलती रहे।'
सीन-4
अंत में वह आपसे सैलरी के बारे में बात करता है। आप उल्टा उससे इस पोस्ट का बजट पूछते हैं। यह गलत तरीका है, जिससे इंटरव्यू लेने वाला इरीटेट होसकता है। तो क्या कहें? आपसे सैलरी के बारे में सवाल किया जाए तो एक या दो बार इसे टाल दें। मगर, जब अगली बार पूछा जाए तो आप कहें कि मेरीपोस्ट और वर्क प्रोफाइल को देखकर सैलरी तय कर दें।
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