लैपटॉप में किस तरह कि खराबियाँ आ
सकती हैं और उनसे कैसे बचा जाए-
मदर बोर्ड
मदरबोर्ड में खराबी आमतौर पर उसकी आईसी
(इंटीग्रेटेड सर्किट) में शार्ट सर्किट होने से आती है। मदरबोर्ड लैपटॉप का कीमती
हिस्सा होता है। लिहाजा इसके खराब होने पर सबसे ज्यादा खर्च आता है। इसलिए इसका
खास ख्याल रखना चाहिए। मदर बोर्ड में पानी व अन्य तरल पदार्थ न जाएँ इसका ध्यान
रखने के साथ ही बायोस से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए। मदरबोर्ड खराब होने की सबसे बड़ी
वजह बिजली का फ्लैक्चुएशन (बार-बार बिजली का आना-जाना) होता है। ऐसे समय पर लैपटॉप
या पीसी को डायरेक्ट बिजली से चलाने के बजाए बैट्री करंट से चलाना चाहिए।
हार्ड डिस्क
लैपटॉप व पीसी में हार्ड डिस्क सबसे अहम मानी जाती
है। लैपटॉप की हार्ड डिस्क पीसी से कहीं ज्यादा मजबूत होने के साथ छोटी होती है, लेकिन बहुत कम ऊँचाई से भी गिरने से खराब हो सकती है। ऐसे में ध्यान रखना
चाहिए कि यह न गिरे। साथ ही पीसी के मुकाबले लैपटॉप की हार्ड डिस्क से करंट लगने
का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए।
एलसीडी स्क्रीन
यह लैपटॉप व पीसी का सबसे नाजुक हिस्सा होता है, जो बहुत आसानी से टूट जाता है। लिहाजा इसका इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना
चाहिए। दरअसल यह ग्लास (शीशे) और लिक्विड क्रिस्टल से बना होता है। एलसीडी में
आमतौर पर उसकी हिफाजत के लिए आर्गेनिक कवर होता है, लेकिन यह
नाकाफी है। ऐसे में एलसीडी को गिरने व धक्का लगने से बचाना चाहिए।
टच पैड
लैपटॉप लेने के बाद ज्यादातर लोगों की शिकायत
होती है कि वह सही ढंग से काम नहीं कर रहा है। टचपैड पर स्पेशल कोटिंग होती है
जो उंगलियों की रगड़ से निकल जाती है। जिससे उसकी काम करने की क्षमता कम हो
जाती है। दरअसल गर्मियों के दिनों में हमारे हाथो से पसीना निकलता है। ऐसे में
नम उंगलियों की रगड़ से टचपैड की स्पेशल कोटिंग खराब हो जाती है और वह सही ढंग
से काम करना बंद कर देता है। इसलिए टचपैड इस्तेमाल करने से पहले हाथों को साफ
करें ताकि उनमें नमी ना रहे।
सीडी रोम
आम तौर पर कोई भी सीडी रोम ज्यादा से ज्यादा एक
साल तक चलती है। वहीं आमतौर पर लोग लैपटॉप व पीसी में लगी सीडी रोम का उपयोग मूवी
या फिल्म देखने में करते हैं जिससे इसकी कार्य क्षमता आधी हो जाती है। लिहाजा
इस बात का ध्यान रखें कि सीडी रोम का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए
ही करें।
अपने लैपटॉप का रख रखाव कैसे करें
लैपटॉप पर काम करते समय कभी पानी का गिलास, या चाय/काफी का कप या किसी भी प्रकार का तरल पदार्थ Fluid पास न रखें, क्यों कि अगर गलती से भी वह लैपटॉप के
उपर गिर गया तो उसके पूरे सर्किट Circuit को खराब defective
कर सकता है।
खाना खाते समय भी लैपटॉप का प्रयोग ना करें, क्योंकि आपके हाथों पर लगा खाना आपके Keyboard पर
चिपक जाता है या गिर जाता है, जिससे आपका Keyboard जल्दी खराब होने की संभावना बनी रहती है।
अगर आप Internet प्रयोग
करते हैं, तो लैपटॉप में एक अच्छा Anti-Virus डालकर रखें, जिससे वह Virus से
सुरक्षित रह सके। अगर आप Professional काम करते हैं, तो फ्री Anti-Virus ना डालें, यह
अच्छे प्रकार से काम नहीं करते हैं।
बार बार लैपटॉप को Format न
करें, ऐसा करने से आपकी Hard Disk खराब
हो सकती है।
अगर लैपटॉप से अच्छी Performance
लेनी है, तो गैर जरूरी Softwere ना डालें, लेवल काम के ही Softwere का प्रयोग करें।
कुछ लोग अपने बन्द रखे लैपटॉप के उपर किताबें या
कुछ भी भारी सामान रख देते हैं, यह सही नहीं है इससे लैपटॉप
की Screen खराब हो सकती है या टूट भी सकती है, इसके साथ साथ Screen पर पेन्सिल या बॉलपेन से लाइन
वगैरह न बनाये, और खासतौर पर छोटे बच्चों की पहॅुच से इसे
दूर ही रखें।
अगर आप बैड या mattress पर या
सर्दियों के मौसम में रजाई (Quilt) पर रखकर लैपटॉप का प्रयोग
करते हैं, तो यह बहुत Harmful हो सकता
है। इससे लैपटॉप Heat हो सकता है, क्योंकि
उसके ventilation पाइन्ट रजाई पर रखने से बन्द हो जाते
हैं।
जितना हो सके लैपटॉप को धूल (Dust) से बचायें, धूल लैपटॉप के चिप और आईसी पर जम जाती है,
जिससे वह ठंडे नहीं रह पाते हैं, और गर्म होकर
खराब हो जाते हैं तथा Keyboard के बटन पर धूल जाने से Keyboard
भी जल्दी खराब हो जाता है, या उसके बटन जाम
हो जाते है, आपके DVD Rom को भी धूल Disservice
पहॅुचा सकती है, उसके Lens पर धूल के जाने से Lens खराब हो सकता है या DVD
Rom जाम हो सकता है।
लैपटॉप रखने के लिये अच्छी क्वालिटी के Laptop
Bags का इस्तेमाल करें, Laptop Bags का इस्तेमाल
केवल उसके रखने के लिये नहीं होता है, बल्कि Laptop
Bag ऐसा होना चाहिये कि कभी अगर वह लैपटॉप समेत गिर भी जाये तो
लैपटॉप को ज्यादा नुकसान न पहॅुचे, और बार निकालने और रखने
पर लैपटॉप पर Scratch(खरौंच) भी ना आयें, इसलिये हो सके अच्छा Laptop Bag ही प्रयोग करें।
लैपटॉप की Battery भी उसका
मुख्य भाग होता है, इसलिये उसका भी ध्यान रखना जरूरी है,
लैपटॉप की बैटरी अच्छा बैकअप दे इसके लिये Power Management
पर अवश्य ध्यान दें तथा अपने लिये Power Plan अवश्य चुनें, Power Plan चुनने के लिये अपना Control
Panel खोलिये और Power Option पर जाइये,
यहॉ से आप अपना Convenient Power Plan चुन
सकते हैं।
Battery को कभी भी पूर्ण Discharge न होने दें, इससे आपकी Battery जल्दी खराब हो सकती है।
Battery को Charge करने के
लिये लैपटॉप को बन्द करके ही Chargeing पर लगायें।
लैपटॉप Charger का विशेष
ध्यान रखें, अगर आपके यहॉ वोल्टेज की समस्या रहती है,
तो स्टैबलाइजर का प्रयोग करें। Charger खराब
होने पर Genuine Charger ही प्रयोग करें। लोकल Charger
से भी बैटरी खराब होने तथा लैपटाप खराब होने की पूरी संभावना रहती
है।
जब भी लैपटॉप में काम करें अपने हाथों को साफ रखें
यानी उसमें तेल या फिर कोई भी ऐसी चीज न लगी हो जो आपके लैपटॉप की बॉडी को खराब कर
दे।
लैपटॉप की स्क्रीन काफी सेंसिटिव होती है इसे हाथ
न लगाए और साथ ही पानी और धूल से भी बचाएं।
अक्सर देखा गया है लैपटॉप चार्ज हो जाने के बाद हम
उसका वॉयर दूर से ही खींच कर निकाल देते हैं लेकिन ऐसा करने से लैपटॉप वायर टूट
सकता है इसके लिए वॉयर प्लग को आराम से निकालें।
लैपटॉप के प्लग को जबरजस्ती सॉकेट में न लगाएं
इससे उसका प्लग खराब हो सकता है साथ ही शॉट सर्किंग भी हो सकता है।
लैपटॉप की ड्राइव में सीडी या फिर डीवीडी ठीक ढंग
से लगाएं,
जल्दबाजी में सीडी लगाने की वजह से सीडी ड्राइव खराब हो सकती है।
सर्दियों में लैपटॉप के अंदर मॉयश्चर रहता है
इसलिए लैपटॉप को खराब होने से बचाने के लिए जहां तक हो उसे नार्मल तापमान वाली जगह
में प्रयोग करें।
साल में एक बार लैपटॉप किसी तकनीकी जानकार द्वारा
साफ कराएं क्योंकि लैपटॉप के अंदर धीरे-धीरे धूल जम जाती है जो उसे हीट करती है
साथ ही मदरबोर्ड को भी खराब कर सकती है।
अपने लैपटॉप को कार में कभी न छोड़े, क्योंकि कार के अंदर का तापमान बाहर के तापमान से काफी अधिक होता है जो
आपके लैपटॉप को खराब कर सकता है।
लैपटॉप के ऊपर किताबे या फिर कोई भी भारी चीज न
रखें इससे उसकी स्क्रीन खराब हो सकती है।
लैपटॉप के साइज को देखते हुए उसके साइज का कवर
खरीदें,
जबरजस्ती कवर को लैपटॉप में लगाने की कोशिश न करें।
लैपटॉप बैटरी
कैसे चार्ज करें अपना लैपटॉप लैपटॉप चार्ज करना बेहद आसान काम है बस प्लग लगाया
और लैपटॉप चार्ज होने लगा, लेकिन फिर भी लैपटॉप चार्ज करते
समय हम छोटी मोटी गड़बडि़यां कर ही देते हैं। लैपटॉप को चार्ज करने के बाद आपने
काफी लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि अभी चार्ज किया था और बैटरी खत्म होने
लगी। क्या आप जानते हैं आपके लैपटॉप की बैटरी इतनी जल्दी खत्म क्यों हो जाती
है। या फिर कभी-कभी लैपटॉप चार्ज करने में काफी समय लेता है।
कहां पर चार्ज कर रहे हैं लैपटॉप चार्ज करने की जगह उसके बैटरी बैकप के
लिए काफी मायने रखती है। लैपटॉप कभी भी ऐसी जगह में चार्ज न करें जहां पर ज्यादा
नमी हो या फिर काफी गर्मी हो। क्योंकि लैपटॉप को चार्ज करने वाला एडाप्टर चर्जिग
के दौरान गर्म होता है अगर अधिक गर्म जगह पर आप लैपटॉप चार्ज करते हैं तो वो आपके
एडॉप्टर को जला सकता है।
बैटरी बैकप बढाएं
लैपटॉप का प्रयोग करते समय लैपटॉप की स्क्रीन सबसे ज्यादा बैटरी बैकप
कंज्यूम करती है, इसके लिए ध्यान रहे स्क्रीन की
ब्राइटनेस कम रखें आवश्यक्ता से अधिक स्क्रीन ब्राइटनेस ज्यादा पॉवर तो कंज्यूम
करती ही है साथ में यह आपकी आखों के लिए भी घातक है साथ में लैपटॉप में दिए गए ब्लूटूथ,
वाईफाई कनेक्शन की जरूरत न होने पर बंद कर दें हो सके तो माउस की
जगह लैपटॉप पेड का प्रयोग करें ये सभी छोटी छोटी चीजें मिलकर काफी पॉवर कंज्यूम
करती हैं।
लगातार लैपटॉप की बैटरी चार्ज न करें अगर आपका
लैपटॉप फुल चार्ज हो चुका है तो उसे चार्जिंग पोर्ट से हटा दें या पॉवर ऑफ कर दें, कभी भी चार्जिंग के बीच में लैपटॉप से पॉवर डिस्कनेक्ट न करें इससे
लैपटॉप की बैटरी लाइफ कम होती है। इसके अलावा जब लैपटॉप में पॉवर 15 प्रतिशत तक कम हो जाए तभी उसे चार्ज करें क्योंकि मिडिल में लैपटॉप
चार्ज करने से डिवाइस की होल्डिंग पॉवर कम हो जाती है।
लैपटॉप के आसपास का वातावरण ठंडा रखें लैपटॉप का
प्रयोग करते समय उसके आसपास का वातावरण ठंडा रहना चाहिए साथ में लैपटॉप के किनारें
दिए गए विंड पैनल खूले रहें ऐसा न हो विंड पैनलों के सामने कोई अवरोध हो, इससे लैपटॉप और ज्यादा हीट करेगा। वैसे आजकल के लैपटॉप में एडवांस कूलिंग
तकनीक दी जा रही है जिसकी वजह से वे ज्यादा हीट नहीं करते। हो सके तो कार में ज्यादा
देर तक नोटबुक को न रखें जब आप कार में कहीं ट्रैवल कर रहें हो तभी लैपटॉप का
प्रयोग करें क्योंकि बंद कार मेंअंदर का तापमान काफी अधिक रहता है।
लैपटॉप बैटरी कब बदलें आजकल ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक
डिवाइसेस में बैटरी दी जा रही है, नई डिवाइसेस में तो बैटरी
बैकप से जुड़ी कोई प्रॉब्लम नहीं होती मगर समय के साथ्-साथ बैटरी की पॉवर
कैपेसिटी कम होने लगती है। एक निश्चित समय बाद पूरानी बैटरी को तुरंत बदल दें इससे
आपकी डिवाइस सेफ रहेंगी। क्योंकि कमजोर बैटरी कभी भी पॉवर कट कर सकती है जो आपके
लैपटॉप के लिए नुकसानदायक है।
लैपटॉप चार्जिंग केबल को चेक करें लैपटॉप को चार्ज
करने वाली केबल को कुछ समय बाद चेक करते रहते रहे जैसे 2 या 3 महिने में अगर उसमें कहीं भी जरा सा कट लगा है
तो वहां पर अच्छी तरह टैपिंग करें वरना लैपटॉप चार्ज करते समय आपके केबल में
शार्टसर्किंग हो सकता है।
कुछ तरीके आजमाकर आप अपने लैपटॉप की
बैटरी को ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने के अलावा बैटरी को जल्दीखराब होने से भी बचा
सकते हैं।
पावर मैनेजमेंट
पावर मैनेजमेंट को एडजस्ट करके बिजली की खपत को
कम-ज्यादा किया जा सकता है। लैपटॉप की स्क्रीन की चमक जितनी ज्यादा होगी, उतनी ही बि जली ज्यादा खर्च होगी। control panel में
जाकर power ऑप्शंस के जरिए बैटरी के इस्तेमाल को कम-से-कम पर
सेट कर दें। इससे आपकी स्क्रीन की चमक कुछ कम हो जाएगी, प्रोसेसर
की स्पीड घटेगी और लैपटॉप इस्तेमाल न होने पर जल्दी-जल्दी स्लीप मोड़ में चला
जाएगा। इससे आपके काम पर भी कोई असर नहीं पडे़गा।
हाइबरनेट
काम न करते समय कंप्यूटर को Stand by
मोड़ में रखने पर बिजली कम खर्च होती है। लेकिन अगर आपके लैपटॉप में
हाइबरनेशन की सुविधा है, तो वह और भी ज्यादा बिजली बचाएगा।
इसके लिए control panel में power ऑप्शन्स
पर क्लिक करने के बाद खुले डायलॉग बॉक्स में hibernate टैब
ढूंढें। अगर यह मौजूद है, तो उसे खोलकर enable
hibernate बॉक्स पर टिक करें। अगर हाइबरनेट टैब न दिखे तो आपके
लैपटॉप में यह व्यवस्था नहीं है।
पावर लीक
अगर लैपटॉप के साथ फ्लैश ड्राइव, एक्सटर्नल हार्ड डिस्क और स्पीकर, वाई-फाई कार्ड आदि
जुड़े हुए हैं, तो उन्हें हटा लें क्योंकि उन सबको जरूरत की
बिजली लैपटॉप की बैटरी से ही मिलती है।
सीडी-डीवीडी
लैपटॉप को बैटरी से चलाते समय सीडी और डीवीडी
ड्राइव का इस्तेमाल कम-से-कम करें क्योंकि इस प्रोसेस में काफी बिजली खर्च होती
है।
बैटरी चार्जिंग
बैटरी को चार्ज करने के बाद लंबे समय तक बिना
इस्तेमाल करे न छोड़ें। अगर बैटरी चार्ज की हुई है, तो लैपटॉप
को कम-से-कम दो हफ्ते में एक बार जरूर इस्तेमाल करें। अगर लैपटॉप में लीथियन आयन
बैटरी है तो उसे पूरी तरह डिस्चार्ज न करें। अगर आपकी बैटरी नॉन लीथियन आयन है तो
उसे हर दो-तीन हफ्ते में पूरी तरह से डिस्चार्ज करने के बाद ही दोबारा चार्ज करें।
लैपटॉप को लंबे समय तक इस्तेमाल न करने की हालत में नान लीथियन आयन बैटरी को पूरी
तरह डिस्चार्ज करके रखें। आपकी बैटरी किस कैटिगरी की है, यह
पता करने के लिए लैपटॉप का मैनुअल देखें।
रखें कूल-कूल
लैपटॉप को तेज धूप में या गर्मी वाली दूसरी जगह में
न रखें। काम करते समय भी ध्यान रखें कि आपके आसपास का तापमान बहुत ज्यादा न हो
क्योंकि वह जितना कम होगा, लैपटॉप उतना ही अच्छा काम करेगा।
उसके अंदर हवा जाने के रास्ते बंद न हों, की-बोर्ड में
रुकावट न हो इसका ध्यान रखें और समय-समय पर उन्हें साफ करते रहें।
laptop main hd (1GB) se uppar ka video chalane par
ReplyDeleteVideo fatne lagta hai.