सेक्स के प्रति पुरुषों में आम डर
पुरुषों के विषय में ऐसा माना जाता है कि वह
सेक्सुअली बहुत ज्यादा सक्रिय रहते हैं,
शारीरिक
संबंधों के प्रति उनकी रुचि महिलाओं की अपेक्षा कहीं अधिक होती है. खैर इसमें कोई
दो राय भी नहीं है कि प्रेम या विवाहित संबंधों में भी किसी पुरुष की दिलचस्पी
शारीरिक संबंधों के प्रति ही ज्यादा रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं खुद को
पर्फेक्ट समझने वाले पुरुष भी सेक्स से जुड़ी कुछ बातों को लेकर बहुत चिंतित रहते
हैं. कुछ बातें हैं जो उनके अंदर भी डर पैदा कर देती हैं कि कहीं ऐसा हो गया या
ऐसा ना हुआ तो !! अब वो बातें क्या हैं हम आपको बताते हैं:
1. अगर मैं उसे संतुष्ट ना कर पाया तो: पुरुषों
में व्याप्त सबसे कॉमन या आम डर है कि कहीं उन्होंने अपनी पार्टनर को असंतुष्ट
छोड़ दिया तो! शारीरिक संबंधों के मामले में पुरुष खुद को पर्फेक्ट समझते हैं, लेकिन उन्हें अंदर ही अंदर यह बात
सताती रहती है कि अगर वह अपने पार्टनर को चरम सुख दे पाने में असफल हुए तो वह एक
अच्छे सेक्स पार्टनर नहीं रह जाएंगे. निश्चित तौर पर इस भावना का असर उनकी इगो पर
पड़ता है.
समाधान: मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि पुरुषों
को इस बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए. वे जितना सोचेंगे उतना परेशान होंगे
इसीलिए बिना किसी परेशानी के उन्हें बस अपने साथी को प्यार करना चाहिए.
2. अगर वो प्रेग्नेंट ना हो पाई तो: सेक्स के
दौरान पुरुषों को यह भी भय लगा रहता है कि अगर वह शारीरिक संबंध बनाने के बाद भी
पितृत्व ना ग्रहण कर पाए तो? समाज, परिवार और अपने पत्नी की नजरों में
वह अक्षम साबित नहीं होना चाहते इसीलिए वह इस चिंता में भी रहते हैं.
समाधान: विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी वजह
से महिला गर्भधारण नहीं कर पा रही है तो कुछ टेस्ट करवाकर समस्या का समाधान पाया
जा सकता है. इतना ही नहीं कभी-कभार गलत खानपान और जीवनशैली की वजह से भी स्पर्म
प्रभावित होते हैं. डॉक्टरी सलाह द्वारा इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाया जा
सकता है.
3. पर्फेक्ट सेक्स ना कर पाना: आप मानें या ना
मानें लेकिन सेक्स में महारथ हासिल करने के लिए ज्यादातर पुरुष पोर्न फिल्मों की
साइटों का सहारा लेते हैं. वह जो कुछ देखते हैं वही सब दोहराने की कोशिश करते हैं
और अगर वो एक्ट वो ना कर पाए तो उन्हें कमतर होने का अहसास होता है.
समाधान: मनोचिकित्सकों का कहना है कि सेक्स के
दौरान अकसर पुरुष अपनी तुलना पोर्न एक्टर से करते हैं लेकिन कभी कुछ चीजें भावनाओं
और प्रेम से प्रेरित होकर भी सोचनी चाहिए.
4. मस्टरबेशन से जुड़ा डर: अकसर पुरुषों को
लगता है कि बचपन और युवावस्था में मस्टरबेशन करने से विवाह के बाद उनकी सेक्स लाइफ
प्रभावित होगी, जबकि
कई सर्वे इस बात को प्रमाणित कर चुके हैं कि ऐसा नहीं होता. अगर वर्तमान समय में
उन्हें सेक्सुअल प्रॉब्लम का सामना करना पड़ रहा है तो वह इसके लिए पूर्व में किए
गए मस्टरबेशन को जिम्मेदार मानते हैं.
समाधान: विशेषज्ञों का कहना है कि मस्टरबेशन से
पुरुष की सेक्स लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ता. इसीलिए मस्टरबेशन की चिंता छोड़
पुरुषों को अपनी सेक्सुअल लाइफ एंजॉय करनी चाहिए.
सेक्स के समय जल्दबाजी न करे
सेक्स
एक ऐसी चीज है जो किसी के दवाब में नहीं कि जा सकती है। यह न सिर्फ दों जिस्मों
का मिलन होता है बल्कि दो दिलों की कई भावनाएं भी इससे जुड़ी होती हैं। खासकर
महिलाएं इससे भावनात्मक रूप से ज्यादा जुड़ी होती है, इसलिए पुरुषों को सेक्स के समय इस बात
का विशेष ध्यान रखना चाहिए कहीं महिलाओं को उनकी किसी हरकत से बुरा तो नहीं लग
रहा है।
अक्सर
पुरुष सेक्स के समय जल्दबाजी करते हैं। जबकि महिलाएं इसके तैयार नहीं होती।
इसलिए सेक्स किसी समय किया जा रहा है इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। अक्सर सेक्स
के समय हमारे मन में कई तरह के सवाल उमड़ते रहते हैं जैसे पहली बार संबंध कैसे
बनाएं।
यौन
संबंध बनाने में जल्दी न करें
पुरुष
हो या औरत सभी में कामोत्तेजना होती बशर्ते वह सही समय पर हो, संबंध तभी बनाएं जब दोंनों तरफ से पहल
हो, इससे आप चरम सीमा तक तो पहुंचेगें ही
साथ एक दूसरे को संतुष्ट भी कर पाएंगे। इसके लिए जितना हो सके एक दूसरे को समय
दें। क्या आप जानते है एक औरत देर से गरम होती है , जितनी देर से गरम होती है उतनी ही
जल्दी डिस्चार्ज भी हो जाती है .जबकि की पुरसो के साथ ऐसा नहीं है पुरुस जितनी
जल्दी गरम होता है उतनी जल्दी डिस्चार्ज भी हो जाता है और पुनः रिचार्ज होने में
देर लगती है इसलिए सेक्स करते वक्त जल्द बाजी नहीं करनी चाहिए जितना ज्यादा हो सके
फोर प्ले करना चाहिए औरतो को भी foreplay में ज्यादा आनंद आता है
टच
करना सीखें
सेक्स
करने से पहले अपने पार्टनर की भवना को समझें जैसे क्या आपके छूने से उसको कोई
दिक्कत तो नहीं होती। जैसे शुरुआत में आप अपने पार्टनर के हाथों, गालों या फिर पीठ पर किस कर सकते हैं।
इससे आपका पार्टनर सेक्स के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।
समय
का विशेष ध्यान रखें
सेक्स
का समय के साथ विशेष महत्व है। जैसे अगर आपको पता है आपके पास सिर्फ 1 घंटा है और इसके बाद कहीं जाना पड़ेगा
तो सेक्स के बारे में न सोंचे क्योंकि यह केवल शारीरिक जरूरत नहीं बल्कि मानसिक
जरूरत भी है। जैसे कार, किसी दूसरे के घर या फिर बाहर सेक्स
की जगह न चुनें।
माहौल
बनाएं
अक्सर
हम अपने दोस्तों के साथ बातें करते रहते हैं जैसे कुछ भी काम करना है तो उसके लिए
पहले माहोल होना चाहिए। ऐसे ही सेक्स करने से पहले माहौल का होना बहुत जरूरी है।
जैसे संबध बनाने से पहले पार्टनर से कुछ रोमांटिक बातें करें, हो सकता है आप पहली बार सेक्स कर रहें
हो इसलिए पहला एक्सपीरियंस अच्छा न हो मगर पहला सेक्स का अहसास आपको हमेशा याद
रहेगा।
असुरक्षित यौन संबंधो से बचे
असुरक्षित
यौन संबंधों के चलते कई बीमारियां फैल रही हैं.इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है जानकारी
का अभाव। अधिकतर लोग सावधानियों के प्रति जागरुक नहीं होते। और इसी वजह से कई तरह
की परेशानियों में घिर जाते हैं।
असुरक्षित
यौन संबंधों को लेकर लोगों में कई प्रकार की दुविधा होती है। सही स्रोतों से
जानकारी के अभावों में युवा अक्सर इसे लेकर अनिश्चितता में रहते हैं। वह यही
सोचते हैं कि यौन संबंधों का मतलब है सेक्स के दौरान सावधानियां बरतना। लेकिन वे
यह भूल जाते हैं कि असुरक्षित यौन संबंधों का अर्थ है यौन संचारित रोगों को जानना, संक्रमण की संभावनाओं इत्यादि के बारे
में जागरूक होना।
आइए जानें असुरक्षित यौन संबंध आखिर है क्या।
असुरक्षित
यौन संबंधों का अर्थ है, सेक्स के दौरान सावधानियां न बरतना। इन
सावधानियों में जरूरी है कि सेक्स जोर-जबरदस्ती से न किया जाए।
माहवारी
के दौरान सेक्स करने से संक्रमण की संभावना बढ जाती है।एक से ज्यादा साथी फिर चाहे
वह महिला हो या पुरूष के साथ संबंध बनाने से संक्रमण हो सकता है।असुरक्षित यौन
संबंधों के दौरान यौन संचारित रोगों के होने का खतरा बना रहता है।बहुत अधिक
कंट्रासेप्टिक पिल्स का सेवन, पहली
बार सेक्स के दौरान कंडोम का सेवन न करना असुरक्षित यौन संबंधों के अंतगर्त आता
है।
प्रोफेशनल
सेक्स वर्कर से संपर्क बनाने से भी संक्रमण की संभावना रहती है। *सामूहिक रूप से
सेक्स करना यानी एक ग्रुप में आपस में एक-दूसरे के साथ सेक्स करना भी असुरक्षित
यौन संबंधों के अंतर्गत शामिल है।
वाइफ
स्वैपिंग यानी एक दूसरे के पार्टनर को एक रात के लिए बदलने से भी असुरक्षित यौन
संबंधों का खतरा रहता है।पुरूष या महिला में से किसी को यौन संबंधी इंफेक्शेन होने
से भी संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
ओरल
सेक्स से भी इंफेक्शन होने का खतरा लगातार बरकरार रहता है। इसीलिए ओरल सेक्स में
साफ-सफाई का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।सेक्स के दौरान, सेक्स से पहले खासतौर पर सावधानियां
बरतनी आवश्यक हैं। असुरक्षित यौन संबंध के कारण होने वाली बीमारियों की सूची लंबी
है, लेकिन थोड़े संयम और सावधानी अपनाकर
इनसे बचा जा सकता है।
सेक्स में प्राइवेट पार्ट का लम्बाई क्यों जरुरी नहीं है
यहाँ
स्त्री के प्राइवेट पार्ट के चक्र को समझना होगा एक स्त्री के प्राइवेट पार्ट का
मात्र 3 इंच का हिस्सा ही अति सवेंदन शील होता
है अगर आपके प्राइवेट पार्ट की लम्बाई कम से कम 3 .5 इन्च है तो आप स्त्री को पूरी तरह से संतुस्ट कर सकते है नेट या
किसी फिल्म में देखे गए प्राइवेट पार्ट की तुलना अपने प्राइवेट पार्ट से कदापि न
करे हो सकता है आपका देखा गया प्राइवेट पार्ट नकली हो,जिस समय आपका प्राइवेट पार्ट पूर्ण
उतेजीत अवस्था में सीसे में अपने प्राइवेट पार्ट को देखे आपका प्राइवेट काफी बड़ा
दिखाई देगा
सेक्स
में प्राइवेट की लम्बाई का कोई महत्व नहीं है फिर भी कुछ पुरुस लम्बाई को बढाने के
लिए परेसान रहते है प्राइवेट पार्ट की लम्बाई 16-18
साल की उम्र तक अपने आप बढती है i मान
लिजीये आपकी उम्र 28 साल है और शरीर की लम्बाई 5'8 "है तो लम्बाई 5'9" नहीं हो सकती ठीक उसी तरह प्राइवेट
पार्ट की भी लम्बाई नहीं बड सकती. क्या शरीर का कोई अंग बड़ा हो सकता है हाथ,पैर,कान, आदि जब कोई अंग बड़ा नहीं हो सकता तो
प्राइवेट कैसे बड़ा होगा ,प्राइवेट पार्ट का सारा खेल रक्त संचार
पे निर्भर है. प्राइवेट पार्ट में रक्त संचार सुचारू रूप से होने पर मोटापन और
कडापन आने में मदद मिलती हैं
महिला की योनि में चिकनाई
शायद
इस बात को कम ही लोग जानते हों कि सेक्स के समय महिला की योनि में निकलने वाली
चिकनाई एक प्राकृतिक लुब्रिकेंट का काम करती है। जब भी सेक्स के समय कोई लड़की या
महिला उत्तेजित होती है उसकी योनि में स्वतः गीलापन आ जाता है। जिससे
पुरुष के लिंग को अंदर जाने और योनि को पुरुष लिंग के बराबर आकार लेने में दिक्कत
नहीं होती है। इतना ही नहीं ये लुब्रीकेंट महिला के यौन सुख का अहसास तो कराता ही
है साथ में सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से भी बचाता है। योनि का गीला न होना
स्त्री की इच्छा पर निर्भर करता है।
यदि
महिला को संभोग की इच्छा नहीं है तो योनि के अंदर रुखापन रहता है जिससे उसे दर्द
का अनुभव होता और उसकी सेक्स इच्छा कम हो जाती है लिक्विड आने के लिए आप ज्यादा से
ज्यादा foreplay करे इससे
योनि के अंदर कृत्रिम गीलापन आ जाता है। सेक्स के दौरान निकलने वाला प्राकृतिक
गीलापन न सिर्फ सेक्स करने में मदद करता है। बल्कि योनि को संक्रमण से भी बचाता
है। अक्सर लोगों के मन में यह भ्रम होता है कि महिला की योनि में जो चिकनाई रहती
है वह हमेशा रहती है। दरअसल सेक्स के दौरान योनि के आसपास की कोशिकाएँ सिकुड़ती
और फैलती हैं जिससे योनि में प्राकृतिक चिकनाई का रिसाव होने लगता है।
पुरूष यौन-शक्ति
हर
पुरूष की यही चाहता है कि उसका जीवन साथी उसके दैहिक व यौन-शक्ति से संतुष्ट रहे।
मगर आपने कभी सोचा है कि यौन-संबध बनाने के लिए जितना ध्यान मानसिक तैयारी और
कामात्तेजना पर देना चाहिए उतना ही ध्यान अपनी यौन-शाक्ति पर भी देना जरूरी होता
है। पुरूष यौन-शक्ति के अभाव में एक बेहतरीन रोमांटिक माहौल में भरपूर तैयारी के
साथ बनाया गया संबंध कारगर साबित नहीं होता है और जोड़े यौन-सुख से वंचित रह जाते
हैं। फलत: आपस में दूरी बढ़ने लगती है। जिन व्यक्तियों में यौन-शक्ति का अभाव होता
है वह सेक्स के दौरान थोड़ी देर में ही खुद को कमजोर महसूस करने लगता है। इस यौन
कमी से पीड़ित अधिकतर लोगो में सेक्स से दूर भागने की प्रवृति बढ़ने लगती है।
धीरे-धीरे ऐसा पुरूष अपने साथी के साथ यौन-संबंध बनाने में झिझकने लगता है। हाल ही
में वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया है, जिसमें
पाया गया कि शारीरिक रूप से कमजोर और अस्वस्थ लोगों में यौन-शक्ति की कमी होने की
संभावना अधिक होती है।
पुरूष यौन-शक्ति में
कमी आने के कारण : -
* बहुत अधिक तनाव से होने वाले हार्मोनल परिवर्तन, पौष्टिक विकार, यौन-शाक्ति कम करने के मुख्य कारणों मे
से एक है।
*
आवश्यकता से अधिक भारी-भरकम व्यायामो का प्रशिक्षण शरीर मे उपस्थित आवश्यक वसा को
कम कर देता है, जिसका असर शरीर मे जरूरी मेटाबोलिजम
तथा अन्य हार्मोनो पर प़डता है और यौन-शक्ति मे कमी आने लगती है आहार: गर्म तथा
अधिक मसालेदार आहर का प्रयोग भी इसका एक कारण है
*
शराब-सिगरेट तथा तंबाकु के अत्याधिक सेवन से जननांग की कोशिकाए शीथल प़ड जाती है।
जो यौन-शक्ति कमजोर होने का मुख्य कारण है।
*
मधुमेह तथा उक्त रक्तचाप भी यौन-शक्ति कम करता है।
यौन-शक्ति बढ़ाने के प्रभावी घरेलु उपाय:-
*
बादाम, पिस्ता खजूर तथा श्रीफल के बीजो को
बराबर मात्रा मे लेकर मिश्रण बनाए। प्रतिदिन 100 ग्राम सेवन करें।
*
लहसुन के बाद प्याज एक और कारगर उपाय है। सफेद कच्चे प्याज का प्रयोग अपने नित्य
आहार मे करें।
*
15 ग्राम सहजन के फूलो को 250 मिली दूध मे उबालकर सूप बनाए। यौन-टौनिक के रूप मे
इसका सेवन करें।
*
काले-चने से बने खाद्य-पदार्थ जैसे डोसा आदि का हफ्ते मे 2-3 बार प्रयोग काफी
लाभकारी होता है।
*
150 ग्राम बारीक कटी गाजर को एक उबले हुए अंडे के आधे हिस्से मे एक चम्मच शहद
मिलाकर दिन में एक बार सेवन करे। इसका प्रयोग लगातार 1-2 महीने तक करें।
*
प्राचीन भारतीय साहित्य के अनुसार 5-10 ग्राम भिंडी की ज़ड के पाउडर को एक गिलास
दूध तथा दो चम्मच मिश्री मे मिलाकर नित्य सेवन करने से आपकी #यौन-शक्ति कभी कम नहीं पड़ेगी।
*
कच्चे लहसुन की 2-3 कलियो का प्रतिदिन सेवन करना यौन-शाक्ति बढ़ाने का बेहतरीन
घरेलु उपचार है।
*
30 ग्राम किशमिश को गुनगुने पानी मे धोए, 200
मिली दूध मे उबाले तथा दिन मे तीन बार सेवन करे। ध्यान रखिए की प्रत्येक बार ताजा
मिश्रण तैयार करे। धीरे धीरे 30 ग्राम किशमिश की मात्रा को 50 ग्राम तक करें।
*
यूनानी चिकित्सा के अनुसार सफेद मूसली का प्रयोग भी बेहद लाभदायक होता है। 15
ग्राम सफेद मूसली को एक कप दूध मे उबालकर दिन मे दो बार पीने से यौन-शक्ति बढ़ती
है।
*
आधा चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच शहद तथा एक उबले हुए अंडे का
आधा हिस्सा, सभी को मिलकार मिश्रण बनाए प्रतिदिन
रात को सोने से पहले एक महीने तक सेवन करें।
* यौन-शक्ति दुर्बलता से पीड़ित रोगियों को
प्रारंभ में 5-5 घंटे के अंतराल पर खासकर ताजे फलों का आहार लेना चाहिए। इसके बाद
ही अपनी नियमित खुराक की प्रक्रिया को धीरे-धीरे अपनाना चाहिए। #यौन-शक्ति दुर्बलता वाले रोगी को
धूम्रपान, शराब, चाय और कॉफी के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा सफेद चीनी और मैदे व
इनसे बने उत्पादो के सेवन से हरसंभव परहेज करना चाहिए।
शीघ्रपतन और कमजोरी के कुछ प्रयोग
*
आजकल पुरुषों में पाई जाने वाली कुछ शारीरिक समस्याएं जैसे स्वप्न दोष, शीघ्रपतन व कमजोरी आदि ऐसी समस्याएं
हैं जो चेतन मन के नियंत्रण खो देने पर होती हैं। इसके कारण मन अवचेतन के किसी
कोने में दबी पड़ी वासना के अनुसार प्रतिक्रिया करने लगता है। जब ये समस्या बड़ा
रूप ले लेती हैं तो ऐसे पुरुषों का वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं रह पाता है। इसलिए इन
समस्याओं के हल के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ छोटे-छोटे नुस्खे...
*
जिन लोगों को अत्यधिक स्वप्नदोष होने की समस्या है, वे प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा खाएं। केला पुरुषों की शक्ति बढ़ाने
वाला फल है। प्रतिदिन केले खाएं एवं संभव हो तो केले खाने के बाद दूध भी पीएं।
*
अनार गुणों से भरपूर होता है, ये
तो हम सभी जानते हैं, लेकिन अनार का छिलका भी बहुत उपयोगी
होता है। पुरुषों में कमजोरी की समस्या में अनार के छिलके बहुत लाभदायक होते हैं।
अनार के छिलकों को सुखाकर पीस लें। प्रतिदिन सुबह और शाम एक चम्मच इस चूर्ण को
खाएं। कमजोरी व शीघ्रपतन की समस्या से शीघ्र ही राहत मिलेगी।
*
रोज रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां निगल लें। इसके बाद थोड़ा-सा पानी
पीएं। आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं। प्रतिदिन रात को सोने से पहले करीब
एक चम्मच इस चूर्ण का सेवन करें।
*
शीघ्रपतन की शिकायत हो तो धाय के फूल, मुलेठी, नागकेशर, बबूलफली बराबर मात्रा में लेकर इसमें आधी मात्रा में मिश्री मिलाकर
पीस लें। इस चूर्ण का 5-5 ग्राम की मात्रा में सेवन लगातार एक माह तक करें। इससे
शीघ्रपतन में बहुत जल्दी लाभ मिलता है।
*
पुनर्नवा एक तरह का खरपतवार है। यह पुरुषों की कमजोरी को दूर करने में रामबाण का
काम करता है। कहा जाता है कि पुनर्नवा की जड़ों का रस (2 चम्मच) दो से तीन माह तक
लगातार दूध के साथ सेवन करने से वृद्ध व्यक्ति भी युवा की तरह महसूस करने लगता है।
* बहुत अधिक गरिष्ठ भोजन जैसे ऑयली फूड , पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड भी इन समस्यओं का एक बड़ा कारण हैं। अधिक
घी-दूध, मेवे-मिठाई, पौष्टिक चीजों आदि का सेवन करना भी
आयुर्वेद की दृष्टि से अच्छा नहीं माना गया है।
सदाबहार जवानी का आनंद
आप
अपने यौन जीवन की बुझती हुई लापता चिंगारी को फिर से जगाकर पहले के जूनून की तरह
हर रात का भरपूर आनंद ले कर अपने वैवाहीक जीवन को पुन्हा खुशहांल बना सकते है
लेकिन उसके लिए आपको कुछ मेहनत करनी होगी सेक्स पावर बढाने के कुछ कारगर उपाय है
इन्हें आजमाकर आप बिना रूकावट वैवाहिक लाइफ का भरपूर आनंद ले सकते है .
आज
के खान-पान और नकली सामग्री के चलते सभी लोगो में सेक्स की छमता में काफी कमी हो
गई है लेकिन कुछ थोड़ी सावधानी करे तो हम अपनी शक्ति को सलामत रख सकते है .
सबसे पहली सावधानी कि आप अपना पेट हमेशा साफ़ रहे अगर पेट साफ़ नहीं है
तो सेक्स छमता में कमी आ सकती है और कई रोग हो सकते है .
रात
में सोने से पहिले दो- तीन खजूर और कुनकुना दूध पिए इससे पेट तो साफ़ होगा ही साथ
ही सेक्स छमता भी असाधारण रूप से बड जाएगी.
शायद
बहुत कम लोग जानते होगे की तरबूज का बीज देसी वियाग्रा का काम करता है क्या आप
जानते है कि अरबी लोग इतने गरम क्यों होते है क्योकि वो लोग रोजाना तरबूज का बीज
खाते है अरबी भाषा में इसे मगज कहते है तो आप तरबूज के बीज का उपयोग इस प्रकार करे
आप इसे रोज बीस से पच्चीस ग्राम सेवन करे और साथ ही दूध का सेवन करे .
लहसुन
की 5-6 कलिया देसी घी में फ्राई कर के रोजाना
खाए 15 से 20 दिन में इसका रिजल्ट आपको मिल जायेगा लेकिन इसका सेवन ठंडी के सीजन
में ही करना चाहिये क्योकि लहसुन की तासीर गरम होती है अगर आप रोजाना लहसुन का
सेवन करते है तो बहुर सारी बिमारिया आपके पास आने से डरेगी साथ ही लहसुन ब्लड
प्रेसर में भी फायेदेमंद है तो देरी किस बात की आज से ही लहसुन का सेवन सुरु कर
दे.
अगर
आपके साथ यह सब हो रहा है तो यह कोई सेक्स बीमारी नहीं है
(1) सेक्स के समय प्राइवेट पार्ट में तनाव
का आना और बरक़रार न रह पाना
(२) सेक्स के समय दिल की धड़कने बड जाना
(3) मुह का सूख जाना और मुह से आवाज़ का न
निकलना
(4) शरीर का तापमान अचानक बड जाना
(5) विशेस छनो में प्राइवेट पार्ट से
लिक्विड का निकलना
इसका
कारण
इसका
प्रमुख कारण है डर, घबराहट,किसी के आने का डर,समय
की कमी ,जल्दबाजी,अत्याधिक उतेजित हो जाना. अगर आपके साथ
यह सब हो रहा है तो आप सेक्स के 1 घटा
पाहिले ज्यादा से ज्यादा पानी पिये , सेक्स
से पाहिले किसी दुसरे टॉपिक पे पार्टनर से बात करे ,दिमाग में इस तरह की कोई भी नकारात्मक बाते न लाये वातावरण को अच्छा
बनाए.और अगर आपके प्राइवेट पार्ट में पूर्ण रूप से तनाव नहीं आ पा रहा है तो इसका
कारण प्राइवेट पार्ट में पूर्ण रूप से रक्त संचार का न होना हैं
महिलओं के लिये सेक्स टिप्स
पत्नि के लिये कुछ सेक्स टिप्स जिन्हें आजमाकर आप पति
के साथ भरपूर सेक्स का आनंद ले सकती है
(1) सेक्स के समय सेक्सी बने बेहतर कपडा
पहिने जैसे की सेक्सी नाइटी वैगहरा
(2) प्राइवेट पार्ट को साफ़ सुथरा रखे
अगर कोई बीमारी हो तो उसका इलाज करवाए जैसे की लिकोरिया, जलन,फंगस आदि
(3) सेक्स के पहिले टूथब्रश अवश्य करे
जिससे की मूह की बदबू वैगरह मिट जाये
(4) कभी डिम लाइट, कैंडल लाइट, कभी अँधेरे में, कभी फुल लाइट में सेक्स करे
(5) हमेसा सेक्स के दौरान पति का उत्साह
बडाये न की हतौत्सहीत करे
(6) सेक्स के दौरान ऐसी बाते न करे की जो
पति के व्यवटीक को चोट पहुचे
(7) अगर आप तेज मिजाज की है तो इसका
त्याग तुरंत कर दे नहीं तो आपका वैवाहीक जीवन खतरे में पड़ सकता है
(8) जो पोजीशन पति को पसंद है उन्हें अजमाए
अपनी पसंद - नापसंद को भी पति के साथ शेयर करे
(9) अगर पति जल्दी डिस्चार्ज हो जाते है तो
उनका इलाज किसी योग सेक्सोलाजिस्त से करवाए आजकल बाज़ार में काफी असरदायक दवाये
मौजूद है
(10) सेक्स के समय वातावरण को साफ़ सुथरा
बनाए
(11)सेक्स के बारे में खुलकर बाते करे
(12) सेक्स
से पहिले शरीर में बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल करे
सेक्स में इन टिप्स को अजमाए:
कभी भी रात का खाना खाने के एक दम बाद सेक्स न करें, इसमें कम-से-कम २ घंटे का अन्तराल अवश्य रखें
सेक्स
के लिए वातावरण खुशनुमा, बिस्तर साफ़ सुथरा और मदमस्त खुशबू वाला
होना चाहिए साथ ही आपका शरीर भी साफ़ सुथरा होना चाहिए
सहवास
से पूर्व वनिला एसेंस २ -3 बूंद डालकर पति -पत्नी दोनों नहा ले
वनिला आप दोनों को मादक बना देगा.
सहवास
के दौरान पान, सिगरेट, शराब, गुटखा का सेवन न करे बदबू की वजह से
जोश में कमी आ सकती है.
सहवास
के दौरान ऐसी बाते न करे जिससे दोनों का मूड ख़राब हो.
जब
दोनों की इच्छा हो तभी सेक्स करे पत्नी की इच्छा न हो तो सेक्स न करे
ज्यादा
से ज्यादा फोर प्ले करे ताकि सेक्स का भरपूर आनंद ले सके.
एक
ही स्टाइल से न करे इसे बदलते रहे इससे ज्यादा आनंद आयेगा.
हो
सके तो सेक्स करने से पहिले बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल करे इसकी भीनी खुसबू वातावरण
को मद मस्त बना देगी.
कभी
भी जल्दबाजी न करे जल्दबाजी सेक्स का सारा मजा किरकिरा कर देती है जल्दबाजी करने
से आप जल्दी dis-charge हो जाएगे
औरत
के कुछ खास अंग होते हैं जिन्हें सहलाने से वो कामातुर हो जाती है उसकी योनी बहुत
गीली हो जाती है वोह अंग हैं उसके होठ, कान
की लौ, निप्पल्स, pubic एरिया, क्लिरोटिस इन संवेदनशील अंगो को आप
जितना प्यार देन्गे औरत उतना कामातुर हो जाएगी
जल्दबाजी
न करके Foreplay में
पूरा टाइम दें सबसे पहले अपने पार्टनर को चूमें,सहलाएं,फिर धीरे २ कपडे उतार कर foreplay में कम सेकम २० मीन्स का टाइम दें अब
आप अपना खड़ा सिशन या लिंग योनी में ड़ाल सकते हैं पहले धीरे दीरे ढके लगायें फिर
जोर से शरू हो जायें आपका सेक्स पार्टनर की योनी आपको इतनी गीली मिलेगी की आपको किसी
cream या आयल की जरूरत नहीं पड़ेगी
Discharge होने के बाद दूसरी तरफ मुह करके ना सो
जायें वरना आपका सेक्स पार्टनर आपसे Hate करने
लगेगा Discharge होने के बाद उसके स्तन पर सर रख के उसके
अंगो को धीरे धीरे सहलाएं,
उसकी तारीफ करें
कभी
भी सेक्स के एक दम बाद अपने लिंग को पानी से ना धोएं इससे आपके लिंग की नसें कमजोर
हो सकती हैं
Sex के फ़ौरन बाद कभी पानी ना पिए, बल्कि दूध, मेवा, मिठाई का सेवन करें
आप शादी करने जा रहे है
सेक्स
विज्ञान की जानकारी से लोग पहले परहेज करते थे लेकिन अब समय के परिवर्तन के साथ
लोगो में इसकी रूचि बढती जा रही है क्युकि अज्ञानता के कारण पति-पत्नी का सामंजस्य
नहीं बेठता है तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है -
शादी
एक ऐसा बंधन है, जी दो दिलों, दो आत्माओं को एक सूत्र में बांधता है।
यह यौन जीवन के शुरूआत की हरी झंडी भी है, जिसका
मकसद गृहस्थी व जिम्मेदारियों का संतुलन व विकास लाना होता है। अगर शादी यौन जीवन
के शुरुआत की सामजिक व कानूनी स्वीकृति है, तो
इसे नजरंदाज करना ठीक नहीं है।
अधिकाश
युवक भावी पत्नी को लेकर तरह-तरह के ख्यालों में खोये रहते हैं। उनमें कुछ बातें
ऐसी भी होती हैं, जो उन्हें तनाव व दुःख में डुबो देती
हैं। जैसे शिश्न के आकार,
उत्थान, टेढापन, लिंग पर उभरी नसों का होना, वृषण कोष का आकार, वीर्य की मात्रा व पतलापन, सम्भोग क्षमता, समय, स्त्री जननांगो के बारे में अज्ञानता, सेक्स तकनीक,
शीघ्र स्खलन आदि के बारे में सोच-सोचकर
वे दुःख में घिर जाते हैं। सौ में से अस्सी
प्रतिशत मामलों में युवक हस्तमैथुन से उपजी काल्पनिक नपुंसकता को लेकर
चिंतित रहते हैं।
इसी
प्रकार युवतियों में शादी से पूर्व प्रथम शारीरिक संबंध के दौरान होने वाले दर्द
रक्तस्त्राव के बारे में चिंता रहती है। कुछ युवतियों में इस बात का भय रहता है की
प्रथम शारीरिक संबंध के दौरान काफी दर्द होगा, खून
बहेगा.... आदि। इस चिंता के कारण कुछ लड़कियां यौन संबंध के दौरान असहज हो जाती
हैं। परिणाम स्वरुप यौन संबंधों में मिलने वाले आनंद के स्थान पर संबंध बनाने में
ही दिक्कत आती है। संभावित दर्द व रक्त स्त्राव की कल्पना मात्र से ही लड़की अपने
आपको तथा योनि द्वार को इतना कस लेती हैं की संभोग हो पाना ही कठिन हो जाता है।
युवक-युवतियों
में ऐसी स्थिति को दूर करने के लिये उन्हें उचित ज्ञान-विज्ञान व तकनीकी को समझाए
जाने की जरूरत है। साथ ही उनकी इस धारणा को बदलने की जरूरत है, जो उनमें भय व अंधविश्वास की जड़ है।
यहाँ संक्षेप में शादी से पूर्व और शादी के बाद की स्थितियों पर गौर करते हुए कुछ
आवश्यक बातों पर प्रकाश डाल रहे हैं, ताकि
लड़के-लडकियां इसे आत्मसात करके सहजता से नए यौन-जीवन का सुखद शुभारम्भ कर सकें-
पत्नी
के साथ संभोग के लिये मन में उत्साह, शारीरिक
सक्रियता, आत्मबल, आत्मविश्वास व आत्मा नियंत्रण आवश्यक है। बाकी बातें गूढ़ हैं, जैसे की शिशन छोटा, टेढा होना, शीघ्र स्खलन आदि। हाँ, पुरूष को स्त्री जननांगों के बारे में
जानकारी होनी चाहिए।
उसी
प्रकार से दुल्हन को यह बात गाँठ बाँध लेनी चाहिए की प्रथम सहवास के समय जो
हल्का-सा दर्द होता है, वह संभोग में मिलने वाले आनंद के
मुकाबले में कहीं नहीं ठहरता। दर्द सिर्फ क्षण भर के लिये होता है, फिर गायब हो जाता है। यह कोई ऐसा दर्द
नहीं की दुल्हन बेहोश हो जाए।
प्रथम
सहवास के दौरान कौमार्य झिल्ली फटती है और रक्तस्त्राव होता है। लेकिन वह मामूली-सा।
योनीद्वार पर एक पतली झिल्ली होती है, जिसे
हाईमन कहते हैं। योनिद्वार इससे ढका होता है। युवक-युवतियों को यह जान लेना चाहिए
की झिल्ली की उपस्थिति का कौमार्य से कोई सीधा संबंध नहीं है। स्कूल-काँलेज में
होने वाले खेल-कूद, साइकिल चलाने, दौड़ने आदि के दौरान यह झिल्ली फट सकती
है। अतः झिल्ली का फटना कौमार्य नष्ट होना हरगिज नहीं माना जाता चाहिए।
दूल्हा-दुल्हन
को प्रथम सहवास के दौरान कमरे में अन्धेरा नहीं रखना चाहिए। अन्धकारक के दौरान
दोनों को शारीरिक संरचना (जननांगों के बारे में) का ज्ञान नहीं हो पाता। उसके
अलावा अन्धकार के कारण स्त्री-पुरूष को एक-दूसरे से मिलने वाली उत्तेजना तथा
आकर्षण का लाभ नहीं मिल पाता।
सुहागरात
को कक्ष में प्रवेश करने से पूर्व पुरूष अपने मन में यह संकल्प करके न जाए की उसे
हर हाल में दुल्हन के साथ यौन संबंध कायम करना है। यह जरूरी नहीं है की पहली रात
में ही यौन संबंध स्थापित किया जाए। यह सब पति-पत्नी की सहमति, इच्छा, वातावरण आदि पर निर्भर करता है। दुल्हन का स्वभाव होता है की वह पहले
प्यार चाहती है, फिर सेक्स। पुरूष को उसकी भावनाओं का
सम्मान करना चाहिए।
सुहागरात
को पति हो या पत्नी, दोनों में से किसी को भी अपने पूर्व
संबंधों (अगर भूलवश ऐसा हो) के बारे में चर्चा नहीं करनी चाहिए। विवाहित संबंध
परस्पर विश्वास व सहयोग के तालमेल पर टिके होते हैं। इस विश्वास को पहली रात में
ही तोड़ने की चेष्टा न करें।
यौन
संबंध स्थापित करने से पूर्व पुरूष दुल्हन का मूड देखकर उसे इसके लिये तैयार करे।
चूंकि स्त्रियाँ स्वभाव से ही लज्जाशील व संकोची होती हैं, अतः वह जल्दी तैयार नहीं होती। इसके
लिये पुरूष को ही पहल करने की जरूरत पड़ती है। पति, स्त्री से प्यार करे, उसे
हौले से आलिंगन में ले, स्त्री के बालों को सहलाए, उसे चूमे, स्त्री का सिर अपनी गोदी में रखकर उसकी
आँखों के समक्ष एक रोमांटिक सीन तैयार करे, शेरो-शायरी
करे, साथ ही स्त्री के अंगों पर हाथ फेरता
रहे। कुछ देर के प्रयास में स्त्री का मूड बनने लगेगा। इसके बाद प्यार व फोर प्ले
शुरू कर देना चाहिए। हालांकि पहली रात में युवक इतने बेसब्र होते हैं की वे जल्द
से जल्द दुल्हन का जिस्म पा लेना चाहते हैं। वे खुद पर ज्यादा देर तक नियंत्रण में
नहीं रख सकते। पर उन्हें याद रखना चाहिए की फर्स्ट इम्प्रेसन का प्रभाव पूरी उम्र
बना रहता है। पत्नी का दिल जीतने और सफल संभोग के लिये थोड़ा धैर्य, थोड़ी समझदारी आवश्यक है।
जब
लगे की स्त्री काम विहल्ल होती जा रही है, जैसे
की स्त्री आँख मूंदने लगे। चुम्बनों का आदान -प्रदान करने लगे, अपनी टाँगे पुरूष की टांगों पर फेंकने
की चेष्टाएं समेत उसके शारीरिक गतिविधियों में यौन बदलाव आते ही पुरूष को संभोग का
कार्य शुरू कर देना चाहिए। संभोग में सहज आसनों का प्रयोग करना चाहिए अथवा दोनों
की सहमति होने पर ही आगे बढना चाहिए।
जिस
प्रकार पुरूष को स्त्री जननांगों का ज्ञान होना चाहिए आवश्य है, उसी तरह स्त्री को भी पुरूष के
जननांगों के बारे में जानकारे होना जरूरी है। उत्तेजित अवस्था में लिंग मोटा व
लंबा हो जाता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि योनि की दीवारें लचीली
होती हैं। वह आसानी से प्रवेश के समय फ़ैल जाती हैं। इसलिए लिंग प्रवेश को लेकर मन
में किसी तरह की कोई चिंता न पालें पति का सहयोग करें, लज्जाशील अवश्य रहें, मगर इतना भी नहीं की पति को आगे बढ़ने
में परेशानी हो। संभोग के लिये तत्पर होने पर शरीर को ढीला छोड़ दें।
संभोग
के बाद पति-पत्नी को तुरंत एक दूसरे से अलग नहीं हो जाना चाहिए। चूंकि यह पहली रात
होती है, अतः संभोग के बाद प्यार व वार्तालाप
करें, घर-गृहस्थी की चर्चा कर सकते हैं, अनुशासन व पारिवारिक सामंजस्य पर बातें
करें। बीच-बीच में चुम्बन-आलिंगन करते रहें। पत्नी को ऐसे लगेगा की वह अजनबियों के
बीच में नहीं है तथा उसका पति उसके दिल में रहता है।
अतः
यदि आपका विवाह होने जा रहा है, और
आप सुखी दाम्पत्य जीवन जीना चाहते हैं, तो
सर्वप्रथम अपनी गलतफहमियों व शंकाओं का समाधान करें, अच्छी यौन विज्ञान की पुस्तक पढ़ें अथवा किसी कुशल सेक्स विशेषज्ञ से
परामार्श करें। अभी से ही आने वाले कल की तैयारे में जुट जाएं।
कौन सी परिभाषा है संभोग की
*
सम्भोग एक ऐसी क्रिया जिसे हर व्यक्ति अपने-अपने तरीके से परिभाषित करता है, किन्तु अगर हम इस बात पर अध्यन करे यह
क्रिया जीवन में क्या स्थान रखती है और जीवन में ये कितनी बार नैतिक है तो भी इसका
कोई हल सामने आपाना बहुत ही जटिल है ।
*
एक कथा है कि "एक बार जब सुकरात के शिष्य ने उनसे संभोग विषय में पूछा तो
सुकरात का कहना ये था की ये यह क्रिया मनुष्य को जीवन में सिर्फ एक बार
संतानुत्पत्ति के समय पर ही करनी चाहिए, तब
उनके शिष्य ने पूछा की अगर व्यक्ति मात्र एक बार इस क्रिया को करने से संतुष्ट न
हो तो वो क्या करे तब सुकरात ने कहा की अगर जीवन में एक बार इस क्रिया द्वारा
संतुष्टि न मिले तो एक वर्ष में एक बार वह इस सम्भोग क्रिया को कर सकता है , तो फिर शिष्य ने पूछा अगर उससे भी
संतुष्टि न मिले तो, तब सुकरात ने कहा ऐसी परिस्थिति में
माह में एक बार और अगर उससे भी सतुष्टि ना मिले तो हफ्ते में एक बार ,तो फिर शिष्य ने पूछा अगर उससे भी
संतुष्टि न मिले तो,तो सुकरात ने उत्तर दिया ऐसी परिस्थिति
में वो पहले अपनी कब्र खोद ले और और फिर उससे जो करना है वो करे" ।
*
अगर हम पुराने प्रख्यात दार्शनिक और सम्मानित पुस्तकों का अध्यन करे तो आसानी से
पा जायेंगे की सभी ने वीर्य संचय को एक बहुत ही बड़े कार्य की तरह माना है और इसे
एक उच्च दर्जा दिया है साथ ही यह भी स्पष्ट किया है की मात्र वीर्य संचय के माध्यम
से ही मनुष्य सच्ची सफलता को प्राप्त कर सकता है , पर जब हम आज के वातावरण पर नज़र डाले तो हर व्यक्ति इस क्रिया के
पीछे छुपे हुए भोग को छुपाने के लिए नित्य नए मिथ्या तर्क देता है हर तरह से इस
बात को साबित करने की कोशिश करता है की यह इंसान की रोज़मर्रा की आवश्यकता की तरह
है या फिर इस फायदे होने की बात को प्रस्तुत कर इसे जरुरी बताता है ।
*
सच चाहे जो भी हो मगर एक बात तो सिद्ध है की खुद को इस तरह की वासना की अग्नि में
भस्म करके मनुष्य खुद को उत्कृष्ठ साबित नहीं कर सकता है ।
*
वैसे भी जब लोग नियम-पूर्वक संतानोत्पति के लिए इस क्रिया करते थे तब उनकी आयु भी
जादा होती थी और असमय बाल सफ़ेद होना दांतों का गिरना या आज की प्रचलित बीमारियाँ
नहीं हुआ करती थी आज के युग की नई -नई बीमारियों का कही भी नामोनिशान भी न था कोई
इन्हें जानता तक न था आज जितने डॉक्टर उपलब्ध है उससे जादा बीमारियों ने घेर लिया
है .
*
खान -पान का व्यवहार बदल गया है युवा पीढ़ी को पौष्टिक खाना नहीं प्राप्त हो रहा है
लेकिन हस्तमैथुन जेसी और सेक्स से ओतप्रोत है जीवन का मूल उदेश्य समझ बेठे है .
नासमझी की तर्कहीन बाते है इसलिए त्रस्त है और इन कारणों से असमय जवान होना और
असमय बुढ़ापा आ जाना इन्ही नासमझी का दुष्परिणाम है .
*
वक्त जब हाथ से निकल जाता है फिर कुछ नहीं मिलता है इसलिए जीवन के सार को समझे
जीवन की जीवनी शक्ति को यूँ ही न बर्बाद करे संजोये ये ही है जो आपका है सब कुछ
करना समयानुसार ही उचित है ....!
शादी से पहले सेक्स ना करे
यौन
संबंधों में दिलचस्पी तो मानव जीवन की शुरुआत से ही है लेकिन रोग और अनचाहे गर्भ
की चपेट ले डर से लोग विवाह से पहले या अधिक लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाते
नहीं थे. एक दौर था जब विवाह से पहले महिला और पुरुष का आपस में मिलना तक पूर्णत:
निषेध माना जाता था. परंपरागत विवाह शैली की प्रधानता होने के कारण स्त्री-पुरुषके
बीच विवाह पूर्व जान-पहचान होने की संभावना भी बहुत कम या कहें ना के बराबर ही थी.
लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया और समाज में खुलेपन की बयार ने तेजी पकड़ी
वैसे-वैसे वे संबंध जो सामाजिक तौर पर निषेध और वर्जित माने जाते थे उनका अनुसरण
किया जाने लगा. उन्हीं संबंधों में से एक है विवाह पूर्व या फिर शादी किए बगैर
शारीरिक संबंध स्थापित करना.
हांलाकि
आज भी शारीरिक संबंधों की गरिमा तभी है जब वह विवाहित दंपत्तियों के बीच स्थापित
हो इसीलिए विवाह किए बिना अगर कोई महिला गर्भ धारण करती है तो उसे हमारा समान
घृणित नजरों से ही देखता है. आम धारणा के अनुसार जब से गर्भनिरोधक गोलियों का
आविष्कार हुआ है तब से विवाह से पहले सेक्स करने में जो डर और हिचक थी वह पूरी तरह
ना सही लेकिन उसमे उल्लेखनीय गिरावट जरूर देखी गई है. वर्तमान समय के अनुरूप यह
कहना कदापि गलत नहीं होगा कि प्रेमी-प्रेमिकाएं शारीरिक संबंधों में संलिप्तता में
अत्याधिक वृद्धि देखी जा सकती है.
Men sex tips
in Hindi
No comments:
Post a Comment