7/25/15

कैसे बन सकते हैं एथिकल हैकर

किसी भी वेब साइट या कम्प्यूटर को हैक करने का मतलब है उसमें अनाधिकृत प्रवेश करना और जो व्यक्ति ये काम करता है वो हैकर कहलाता है। जब भी कोई शख़्स अपनी वेब साइट की खामियों के बारे में जानने के लिए किसी व्यक्ति को अपनी वेब साइट हैक करने का अधिकार देता है और फिर वह व्यक्ति उस वेब साइट को उसके सुरक्षा साधनों की कमियों के बारे में पता करने के लिए उसे हैक करता है, तो प्रक्रिया को एथिकल हैकिंग कहते हैं।

आज जिस तेजी से इंटरनेट का प्रचार-प्रसार हो रहा है, उतनी ही तेजी से साइबर अपराधों में भी तेजी आ रही है। इन अपराधों के कारण आर्थिक से लेकर तमाम तरह के नुकसान हो रहे हैं। ये अपराध साइबर हैकिंग कहलाते हैं और इन्हें करने वाले साइबर हैकर। इन्हीं को रोकने के लिए जिस हैकिंग का सहारा लिया जाता है, उसे एथिकल हैकिंग कहते हैं और ऎसा करने वाले को एथिकल हैकर। इस फील्ड में कॅरियर के बेहतर विकल्प मौजूद हैं।

वर्चुअल वल्र्ड का दायरा जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, आईटी(इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) आधारित सुरक्षा से जुड़ीं चिंताएं भी परेशानी का कारण बन रही हैं। हर रोज दुनिया के किसी न किसी कोने में नेटवर्क, वेबसाइट व ई-मेल अकाउंट्स की सुरक्षा दांव पर लगी होती है। इन मामलों में किसी व्यक्ति या संस्था के कंप्यूटर सिस्टम में सेंध लगाकर संवेदनशील डाटा चुराने से लेकर पासवर्ड चोरी करने, भद्दे ई-मेल भेजने और ई-मेल अकाउंट हैक करने जैसी घटनाएं शामिल हैं। ऎसा करने वालों को हैकर कहा जाता है। लेकिन जब यही काम कंप्यूटर सिस्टम के सुरक्षा उपायों को जांचने व उसे पुख्ता बनाने के मकसद से किया जाता है, तो उसे एथिकल हैकिंगकहते हैं और इसे करने वाले प्रोफेशनल एथिकल हैकर कहलाते हैं। साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के मकसद से प्रोफेशनल एथिकल हैकरों की मांग भी तेजी से बढ़ी है।

कई बार आपके पास फर्जी ईमेल आते होंगे, आपका ईमेल अकाउंट कभी हैक भी हुआ होगा, या आपने अपने किसी दोस्त से सुना होगा कि उसका अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है और उससे ठगी वाले कुछ मेल भेजे जा रहे हैं। हैकिंग का यह रूप पेशेवर नहीं है, लेकिन इसका एक रूप ऐसा भी है जिसकी मदद से सरकार या खुफिया एजेंसियां किसी एकाउंट को हैक कर वहां से गोपनीय जानकारी इकट्ठा करती हैं। इससे उन्हें अपनी जांच को आगे बढ़ाने या सबूत जुटाने में मदद मिलती है। इसे देखते हुए एथिकल हैंकिंग जैसा कोर्स करियर के लिहाज से काफी अहम है।

साइबर स्पेस में हैकिंग एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर आम तौर पर लोग सहम जाते हैं। वास्तव में हैकिंग भी वायरस की तरह कंप्यूटर की एक बड़ी समस्या है। हैकिंग के द्वारा हैकर आपके कंप्यूटर या आपके संबंधित अकाउंट पर हैकर पूरी तरह से हावी हो जाता है। इसके बाद उसे आपके डेटा को चुराने या खत्म करने की आजादी मिल जाती है। वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन से चलने वाले सिस्टम को हैक करना ज्यादा आसान होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंप्यूटर में घुसपैठ की बढ़ती समस्या से ही निपटने के लिए एथिकल हैकर्स का नया कोर्स करियर के लिए विकल्प के तौर पर एक बेहतरीन मौका बनकर सामने आया है।

एथिकल हैकर का काम

एथिकल हैकर एक तरह से आईटी सिक्योरिटी प्रोफेशनल होता है। उसमें वह सभी खूबियां होती है जो एक हैकर में होती है, लेकिन इन खूबियों का इस्तेमाल वह कै्रकिंग में न करके कंप्यूटर और साइबर वल्र्ड में सुरक्षात्मक उद्देश्यों के लिए करते हैं। इन्हें सुरक्षा विश्लेषक, पैनीट्रेशन टेस्टर्स या वाइटहैट हैकर भी कहा जाता है। ये कंपनी के इंफोरमेशन सिस्टम को ब्लैकहैट हैकर्स से सुरक्षित रखते हैं। अकसर ब्लैकहैट हैकर कंपनी के आईटी नेटवर्किंग सिस्टम या सर्वर में तकनीकी घुसपैठ कर उसे नुकसान पहुंचाते हैं। इन गड़बडिय़ों को रोकना इन्हीं प्रोफेशनल्स का काम होता है। कंपनी के कंप्यूटर नेटवर्क एक्सेस की सुरक्षा नीतियां क्या होंगी, इसकी जिम्मेदारी भी इन्हीं लोगों की होती है। इन नीतियों में इंटरनेट एक्सेस मैथड्स, पासवर्ड यूसेज और सर्वर द्वारा डाटा एक्सेस आदि शामिल होते हैं। इन प्रोफेशनल्स को व्हाइट हैट्स या पेनिशन टेस्टर के नाम से भी जाना जाता है। ये कंप्यूटर और नेटवर्क से संबंधित तकनीकों में विशेषज्ञ होते हैं। इनका काम अपने नियोक्ता (कंप्यूटर सिक्योरिटी उत्पाद बनाने वाली कंपनी) के लिए किसी निर्धारित कंप्यूटर सिस्टम पर हमला करना होता है, ताकि सिस्टम की उन कमियों का पता लगाया जा सके, जिन्हें तलाशकर हैकर साइबर अपराधों को अंजाम देते हैं। इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता के कारण एथिकल हैकर, आईटी सिक्योरिटी इंडस्ट्री की अहम जरूरत बन गए हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण पेशा है, जो जरूरत पड़ने पर 24 घंटे काम में जुटे रहने की भी अपेक्षा रखता है। एथिकल हैकर को हमेशा खुद को कंप्यूटर सिस्टम से संबंधित नई तकनीकों से अपडेट रखना होता है।

जरूरी योग्यता

इस फील्ड में आने के लिए कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का अच्छा ज्ञान जरूरी है। इसलिए कंप्यूटर साइंस, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी या कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री का होना आवश्यक है। शैक्षणिक योग्यता के साथ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम, मसलन विंडोज या लिनक्स की जानकारी भी जरूरी है। भारत में कम संस्थान इस कोर्स को कराते हैं। ज्यादातर संस्थानों से एथिकल हैकिंग में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा किया जा सकता है। इसके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। वर्तमान में कंप्यूटर के एक्सपर्ट ही ऐसे कोर्स कर रहे हैं जिसके कारण एथिकल हैकर्स की काफी कमी है। सरकारी खुफिया विभाग या अन्य विभाग के लोग भी इस कोर्स को कर रहे हैं। विदेश में यह कोर्स इंटरनेट के जानकार अनिवार्य रूप से कर रहे हैं।

रोजगार के अवसर

फिलहाल देश में एथिकल हैकरों की काफी कमी है। इन प्रोफेशनल्स की सरकारी क्षेत्र के संस्थानों में भी काफी मांग है। सेना, पुलिस बलों (सीबीआई व एनआईए आदि शामिल), फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं व रक्षा अनुसंधान संगठनों में विशेष रूप से एथिकल हैकरों की मदद ली जाती है। जासूसी एजेंसियों में भी इनके लिए काफी अवसर हैं।  यह कोर्स नया है, इसके बारे में लोगों की जानकारी भी कम है। इस वजह से यह क्षेत्र काफी एक्साइटिंग है। इसके विशेषज्ञों की मांग लगातार बढ़ रही है। जैसे-जैसे लोगों की निर्भरता इंटरनेट पर बढ़ती जा रही है, नेटवर्क सिक्युरिटी एक चुनौती बनती जा रही है। इस लिहाज से आने वाले दिनों में एथिकल हैंकर्स की डिमांड उम्मीद से कहीं ज्यादा होगी। हरेक कंपनी अपने आंकड़ों को सुरक्षित रखने या प्रतिद्वंद्वी कंपनी की रणनीति को समझने के लिए एथिकल हैकर्स रखने लगी हैं।

कुछ प्रमुख कोर्स

सर्टिफिकेट कोर्स इन साइबर लॉ
सीसीएनए सर्टिफिकेशन
सर्टिफाइड एथिकल हैकर
सर्टिफाइड इन्फॉर्मेशन सिस्टम सिक्योरिटी प्रोफेशनल
एमएससी साइबर फॉरेंसिक्स एंड इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी
पीजी डिप्लोमा इन डिजिटल एंड साइबर फॉरेंसिक्स
पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ
पीजी डिप्लोमा इन आईटी सिक्योरिटी
एडवांस डिप्लोमा इन एथिकल हैकिंग
कंप्यूटर हैकिंग फॉरेंसिक इंवेस्टिगेटर
ईसी-काउंसिल सर्टिफिकेट सिक्योरिटी एनालिस्ट
सर्टिफाइड नेटवर्क डिफेंस आर्किटेक्ट
अंकित फारिया सर्टिफाइड एथिकल हैकिंग

कोर्स में क्या

एथिकल हैकिंग कोर्स में इंटरनेट से संबंधित तमाम बारीक चीजों के बारे में सिखाया जाता है। इससे संबंधित कोर्स में सिक्यgरिटी टेस्टिंग की कार्य प्रणाली, ऑफेसिंग स्निफिंग, प्रीविलेज एस्कलेटिंग, हैकिंग, अटैकिंग नेटवर्क वर्क सिस्टम, हैकिंग वेब ऐप्लिकेशन, क्रॉस साइट स्क्रिप्टिंग, ब्रेकिंग आईपी, डिफेसमिंव टेकनीक, सिस्टम हैकिंग पासवर्ड क्रैकिंग, पैनेट्रेशन टेस्टिंग हैकिंग वेबसर्विस वायरस ऐंड वर्म आदि से संबंधित जानकारी दी जाती है।

कुछ प्रमुख संस्थान

एनआईईएलआईटी
सीईआरटी
इंडियन स्कूल ऑफ एथिकल हैकिंग
तिलक महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी
इन्नोबज नॉलेज सॉल्यूशन्स प्रा. लि.
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी

एथिकल हैकर के गुण

एथिकल हैकर एक ऐसा व्यक्ति है जो कानूनी तौर पर हैकिंग से बचने के लिए अपने सिस्टम को चुस्त बनाता है। ऐसे लोगों को क्रिमिनल की तरह सोचने की क्षमता होनी चाहिए, ताकि अपराधियों के दिमाग को समझा जा सके और किसी संभावित अटैक से सिस्टम को बचाया जा सके। उसे कंप्यूटर के टूल्स और तकनीक का गहन ज्ञान होना चाहिए। इस क्षेत्र में कामयाबी के लिए हैकर को कंप्यूटर की गहरी जानकारी के अलावा इंटरनेट की बारीकियों से भी अवगत होना जरूरी है। साइबर क्राइम और एथिकल हैकिंग के बारे में अपडेट रहने से भी हैकर को काफी मदद मिलती है। ईमेल ट्रेस करना, नेटवर्क हैक करना, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की छानबीन और फायरवॉल को उड़ाने का बेसिक ज्ञान हैकर्स के लिए जरुरी है।

जॉब प्रॉस्पेक्ट

इंटरनैशनल डेटा कॉर्प की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में इंफर्मेशन सिक्युरिटी प्रफेशनल्स की मांग आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ेगी। इस बढ़ी हुई जरूरत के कारण ही बड़ी-बड़ी आईटी और कम्यूनिकेशन कंपनियां तक एथिकल हैकर्स की नियुक्ति को प्राथमिकता दे रही है। आईटी और कंप्यूटर से जुड़ी कंपनियों के अलावा अन्य कंपनियों में भी साइबर स्पेस की सुरक्षा के लिए एथिकल हैकर्स की मांग बढ़ी है।
आईटी क्षेत्र में एथिकल हैकिंग कैरियर केलिहाज से एक नई राह है। एथिकल हैकर बनकर आईटी सिक्योरिटी की फील्ड में युवा अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं। आज कंपनियों को अपनी आईटी सिक्योरिटी सुनिश्चित करने के लिए अच्छे एथिकल हैकरों जरूरत है। इस फील्ड में प्रवेश के लिए आईटी डिगरी होना जरूरी नहीं, इंटरनेट और हैकिंग टेक्नीक्स में तीव्र इच्छा रखने वाले युवा भी यहां आ सकते हैं।
आमतौर पर आईटी क्षेत्र में हैकिंग शब्द का इस्तेमाल नकारात्मक तौर पर किया जाता है। लेकिन वास्तविकता यह है कि इसके पीछे रोजगार का एक विस्तृत क्षेत्र छिपा है जिसका नाम है आईटी सिक्योरिटी । दरअसल बढ़ते साइबर क्राइम से निपटने और कंप्यूटर सिस्टम की दुनिया में असुरक्षित घुसपैठ रोकने के लिए 'एथिकल हैकिंग एक नई और कारगर फील्ड बनकर उभरी है। आज बड़ी संख्या में देश के युवा आईटी सिक्योरिटी वल्र्ड में कैरियर बनाने के उद्देश्य से इस ओर रुख कर रहे हैं।


कैसे बन सकते हैं एथिकल हैकर

यह फील्ड टेक्नीकल बैग्रांड की मांग करती है, यही वजह है कि आज आईटी ग्रेजुएट्स बढ़ी संख्या में इस फील्ड में भविष्य बना रहे हैं। लेकिन यहां आने के लिए किसी आईटी डिगरी अनिवार्य नहीं होती। युवाओं में इस ओर बढ़ते रुझान के कारण देश-विदेश में विभिन्न संस्थान एथिकल हैकिंग समेत आईटी सिक्योरिटी से संबंधित बहुतेरे कोर्स संचालित करने लगे हैं, जिसे कर नॉन टेक्नीकल लाइन के विद्यार्थी भी इस फील्ड में कैरियर बना सकते है, बशर्ते नवीनतम हैकिंग टेक्नोलॉजी में उनकी जबरदस्त रुचि हो।
एक प्रोफेशनल एथिकल हैकर बनने के लिए बेसिक एथिकल हैकिंग ट्रेनिंग सबसे जरूरी है। हैदराबाद में स्कूल ऑफ एथिकल हैकिंग के अलावा देश भर में इस कोर्स के लिए बहुत से संस्थान खुले हए हैं। 'ई-काउंसिल सर्टिफाइड एथिकल हैकर  कोर्स से इस फील्ड में कैरियर की शुरुआत की जा सकती है। ई-काउंसिल द्वारा संचालित इस कोर्स को करने के लिए आवेदक को विंडो या लाइनेक्स जैसे किसी एक ऑपरेटिंग सिस्टम का ज्ञान होना चाहिए। साथ ही नेटवर्किंग में एक साल का अनुभव और ओएसआई एवं टीसीपी/आईपी मॉडल्स के बारे में भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए। वैसे इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए भारत के अनेक संस्थानों में 'अंकित फारिया सर्टिफाइड एथिकल हैकिंग कोर्स उपलब्ध है। इसके अलावा ऑनलाइन कोर्स का विकल्प भी खुला है।

कहां है रोजगार

नेसकॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल मार्केट में आईटी सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मांग १० लाख तक पहुंच जाएगी। आज साइबर और आईटी एक्ट के चलते तमाम कंपनियां कंप्यूटर, नेटवर्किंग और साइबर सिस्टम की सुरक्षा को लेकर काफी एहतियात बरत रही हैं। एथिकल हैकर ही उन्हें यह सिक्योरिटी मुहैया कराकर कानूनी झमेलों से बचाते हैं। कोर्स करने के बाद विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों, छोटी और मध्यम आकार की इंटरप्राइसिस में बड़े पैमाने सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेटर, नेटवर्क सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट या सिक्योरिटी विश्लेषक जैसे विभिन्न पदों पर नौकरियां मिल सकती हैं। बैंक, बीपीओ, साइबर सिक्योरिटी और फोरेंसिक आर्गेनाइजेशन्स में इन प्रोफेशनल्स के लिए बेशुमार रोजगार के मौके हैं। सरकारी विभागों की साइबर सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली विभिन्न संस्थाओं में भी मौका मिल सकता है। समय समय पर अनेक आईटी कंपनियां अन्य कंपनियों की साइबर सिस्टम सिक्योर करने केलिए कॉन्ट्रेक्ट लेती है, जहां पार्ट टाइम काम करने का मौका भी मिल सकता है। इसके अलावा अगर आप जॉब में इंटरस्टेड नहीं है तो बतौर साइबर सिक्योरिटी कंसल्टेंट भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

कमाई

इस क्षेत्र में आपको कमाई को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं। यहां फ्रैशर को सालाना ३ से ४.५ लाख रुपये की नौकरी मिल सकती है। चार से पांच साल का अनुभव होने केबाद बड़ी आईटी साफ्टवेयर कंपनियों में रोजगार मिल सकता है, जहां १० से १४ लाख का पैकेज मिलने की उम्मीद होती है। और अधिक अनुभव होने पर विदेशों में मौजूद नामी-गिरामी आईटी कंपनियों के साथ काम करने का अवसर भी मिल सकता है।
इस क्षेत्र के शिखर पर पहुंच चुके अंकित फारिया आईटी सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स के समक्ष एक बेहतरीन मिसाल हैं। इस फील्ड में अपनी जबरदस्त पैठ जमा चुके२४ वर्षीय अंकित आज विश्वप्रसिद्घ एथिकल हैकर हैं। वह इस विषय पर कई किताबें भी लिख चुकेहैं। वर्तमान में दिल्ली पुलिस को साइबर सिक्योरिटी की टे्रनिंग दे रहे हैं।

Ethical-Hacking in Hindi

2 comments: