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इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

इंजीनियरिंग की एक महत्वपूर्ण शाखा है इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जिसके तहत इंजीनियरों द्वारा विभिन्न इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स उप्पादों की डिजाइनिंग और निर्माण संबंधी कार्य किए जाते हैं। पॉवर कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जानेवाले विभिन्न ट्रांसमिशन उपकरण के निर्माण, मशीनरी कंट्रोल्स, लाइटिंग, वायरिंग, कंप्यूटर उपकरण निर्माण, ब्रॉडकास्ट व कम्युनिकेशन सिस्टम आदि में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग काफी काम आती है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, जैसे पॉवर जेनरेशन, ट्रांसमिशन ऐंड डिस्ट्रीब्यूशन, इलेक्ट्रिकल इक्विपेंट्स आदि। नए उत्पादों के निर्माण के लिए वे शोध कार्य भी कर सकते हैं तथा किसी इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में टाइम और लागत संबंधी निर्णय भी ले सकते हैं। 
इस फील्ड से संबंधित अधिकांश जॉब इलेक्ट्रिकल उपकरणों की निर्माता कंपनियों, इंडस्ट्रियल मशीनरी, बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर, आर्किटेक्ट और इंजीनियरिंग कंसल्टिंग फर्म्स में उपलब्ध हैं। इसके अलावा राज्य व केंद्र सरकार के इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड और डिफेंस सेक्टर में भी जॉब के मौके उपलब्ध होते हैं। वर्तमान माहौल में पॉवर डिस्ट्रिब्यूशन में जिस तरह से प्राइवेट सेक्टरों का समावेश हो रहा है, उससे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की मांग बढ़ी है। यदि आप मेरिन इलेक्ट्रिकल अथवा इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग से संबंधित कोई शॉर्ट टर्म कोर्स कर लेते हैं, तो मर्चेंट नेवी में आपको बेहतर अवसर मिल सकता है। पीजी लेवल पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स या कंप्यूटर साइंस में भी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। इतना ही नहीं, आईटी सेक्टर के दरवाजे भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों के लिए खुले हैं। आईआईटी जेईई, एआईईईई तथा अन्य इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से आप किसी बेहतर संस्थान में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं। 

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