12/15/14

भारत रत्न सम्मान

देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' की शुरुआत 1954 से हुई। भारत रत्नदेश का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई।



भारत रत्‍न के बारे में जानिए 10 अहम बातें

1. भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है।

2. भारत रत्‍न देने की शुरुआत 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने की थी।

3. भारत रत्न पाने वालों को केंद्र सरकार एक प्रमाणपत्र और एक तमगा देती है। इस सम्मान के साथ कोई रकम नहीं दी जाती है।

4. भारत रत्न पाने वालों को ट्रेनों में मुफ्त यात्रा की सुविधा है।

5. अहम सरकारी कार्यक्रमों में भारत रत्न पाने वाले को शामिल होने का आमंत्रण मिलता है।

6. प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्‍यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद भारत रत्न पाने वालों को जगह मिलती है।

7. भारत रत्न पाने वाली शख्सियतों को प्रदेश सरकार अपने राज्यों में विशेष सुविधाएं देती हैं।

8. भारत रत्‍न पाने वाले विजिटिंग कार्ड पर यह लिख सकते हैं, 'राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित' या 'भारत रत्न प्राप्तकर्ता'

9. शुरुआत में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में जोड़ा गया।

10. फिलहाल एक साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।

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